Gonda News: बजाज चीनी मिल के रसूख के आगे बौनी साबित हो रही मोतीगंज पुलिस!

बजाज चीनी मिल कुंदरखी के फिटर मैकेनिक गजेन्द्र सिंह की आत्महत्या का मामला

Sandesh Wahak Digital Desk/A.R.Usmani: बजाज चीनी मिल कुंदरखी में फिटर मैकेनिक के पद पर कार्यरत गजेन्द्र सिंह द्वारा मिल के अधिकारियों की प्रताड़ना से तंग आकर आत्महत्या किए जाने की घटना को तीन दिन बीत गए। इस मामले में यूनिट हेड, एचआर मैनेजर समेत तीन लोगों के खिलाफ गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज है, लेकिन रसूख के चलते पुलिस आरोपियों को गिरफ्तार करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही है।

गौरतलब है कि मोतीगंज थाना क्षेत्र में स्थित बजाज हिन्दुस्थान चीनी मिल कुंदरखी में फिटर मैकेनिक के पद पर कार्यरत मुरादाबाद जिले के इस्लामनगर (रामपुर) थाना भोजपुर के रहने वाले गजेन्द्र सिंह ने 29 नवंबर को करीब 250 गोलियां खा ली। गंभीर हालत में उसे गोण्डा मेडिकल कॉलेज से लखनऊ रेफर कर दिया गया, जहां एक निजी हॉस्पिटल में इलाज के दौरान उसने रात करीब साढ़े ग्यारह बजे दम तोड़ दिया।

अपनी बेटी व मूक-बधिर बेटे के साथ रूबी सिंह।

पुलिस को दिया गया था शिकायती पत्र

इस मामले में गजेन्द्र की पत्नी रूबी सिंह का कहना है कि उसने 27 नवंबर को ही मोतीगंज पुलिस को तहरीर दी थी। जिसमें चीनी मिल के यूनिट हेड, एचआर मैनेजर व एक अन्य पर अपने पति को प्रताड़ित करने, जान से मरवा देने की धमकी देने जैसे गंभीर आरोप लगाए थे लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की। उसने बताया कि 29 नवंबर की रात उसके पति गजेन्द्र की मौत के बाद मोतीगंज पुलिस ने 01 दिसंबर को आनन-फानन में बजाज चीनी मिल के यूनिट हेड पीएन सिंह, एचआर मैनेजर कमलेश कुमार व राजू सिंह के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता की धारा 108, 352, 351(2) व 351(3) के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया, लेकिन इस मामले के आरोपी खुलेआम घूम रहे हैं और उन्हें पुलिस का तनिक भर भी डर नहीं है।

दरअसल, इस घटना पर पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल का भी रूख स्पष्ट है। वैसे भी बजाज चीनी मिल के रसूख से जिले के आलाधिकारी वाकिफ हैं। शायद इसीलिए इस मामले में वे रिस्क नहीं लेना चाहते हैं। थाने की प्रभारी निरीक्षक अनीता यादव से लेकर सीओ सदर शिल्पा वर्मा, अपर पुलिस अधीक्षक पूर्वी मनोज कुमार व पुलिस अधीक्षक विनीत जायसवाल तक जांच चल रही है कहकर पल्ला झाड़ लेते हैं।

विवेचक की भूमिका पर सवाल

बजाज चीनी मिल कुंदरखी के फिटर मैकेनिक गजेन्द्र सिंह की खुदकुशी मामले की जांच मोतीगंज थाने के एसआई रामभवन पासवान को सौंपी गई है। सूत्र बताते हैं कि विवेचक जांच-पड़ताल की औपचारिकता पूरी कर रहे हैं और इस घटना में आरोपी मिल के अधिकारी अपनी ड्यूटी कर रहे हैं। ऐसे में विवेचक की भी भूमिका पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। पीड़िता रूबी सिंह ने आरोप लगाते हुए बताया कि मोतीगंज पुलिस घटना के आरोपी बजाज चीनी मिल के अधिकारियों को बचाने का प्रयास कर रही है। यही कारण है कि आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं हो रही है।

मुख्यमंत्री से मिलेगी रूबी

मृतक गजेन्द्र सिंह की पत्नी रूबी सिंह गोण्डा जिला प्रशासन व पुलिस की कार्यशैली से काफी आहत है। उसने कहा कि गोण्डा की पुलिस पर उसे अब रत्ती भर भी भरोसा नहीं रह गया है, क्योंकि अधिकारी और पुलिस चीनी मिल के अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहे हैं। दो माह से पति का उत्पीड़न किया जा रहा था जिसकी जानकारी मोतीगंज पुलिस को थी। तीन बार थाने पर मामला पहुंचा लेकिन इसके बाद भी आरोपियों पर कार्रवाई नहीं की गई। रूबी ने बताया कि वह अब मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलकर न्याय की गुहार लगाएगी।

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