Gonda Crime : युवक की हत्या कर रेलवे ट्रैक पर फेंका शव, डॉक्टर समेत तीन के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा

Gonda Crime News : मामूली बात को लेकर एक डॉक्टर हैवान बन गया। आरोप है कि उसने साथियों के साथ मिलकर अपने ही अस्पताल में नौकरी कर रहे युवक की पहले बेरहमी से पिटाई की और फिर हत्या कर दी। कत्ल की वारदात को आत्महत्या का रूप देने की नीयत से लाश को रेलवे स्टेशन के करीब ट्रैक पर रख दिया था, लेकिन मालगाड़ी‌ के चालक ने रेलवे ट्रैक पर शव देख लिया और ट्रेन रोक दी। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद जीआरपी ने डॉक्टर व उसके दो‌ साथियों के खिलाफ हत्या व शव को छिपाने की धारा में मुकदमा दर्ज किया है।

 

मृतक अंकित तिवारी (फाइल फोटो)
मृतक अंकित तिवारी (फाइल फोटो)

 

जिले के मोतीगंज थाना क्षेत्र से अचलपुर गांव निवासी सुनील कुमार तिवारी पुत्र ठाकुर प्रसाद तिवारी ने 26 जनवरी को राजकीय रेलवे पुलिस के प्रभारी निरीक्षक को तहरीर दी जिसमें कहा गया कि उसका भतीजा अंकित तिवारी (24 वर्ष) पुत्र अनिल तिवारी नगर कोतवाली क्षेत्र के सर्कुलर रोड स्थित नारायणा हॉस्पिटल में नौकरी करता था।

25 जनवरी को डॉक्टर दीपक सिंह ने किसी बात को लेकर अंकित से झगड़ा-विवाद किया था और जान से मारने की धमकी भी दी थी। इस बाबत अंकित ने फोन पर अपने पिता को सारी जानकारी दी थी। इस पर अनिल तिवारी अपने बेटे से मिलने के लिए रात में करीब 9.30 बजे नारायणा हॉस्पिटल पहुंचे और वहां पर मौजूद डॉक्टर दीपक सिंह से अपने बेटे अंकित के बारे में पूछा तो उसने जानकारी होने से इंकार कर दिया। कुछ समय बाद डॉक्टर दीपक ने अनिल तिवारी को फोन कर बताया कि जीआरपी गोण्डा से फोन आया था।

अंकित की लाश रेलवे ट्रैक पर पड़ी है। सुनील तिवारी अपने भाई अनिल तथा गांव के रमेश तिवारी पुत्र आदित्य प्रसाद व रामायण तिवारी पुत्र रामखेलावन के साथ तत्काल मौके पर पहुंचा तो ट्रैक के किनारे प्रार्थी के भतीजे अंकित का शव पड़ा था, जहां पुलिस मौजूद थी। रेलवे ट्रैक के पास करीब 100 मीटर पूरब-दक्षिण दिशा में सड़क की तरफ जगह-जगह खून गिरा हुआ था, जिससे स्पष्ट है कि अंकित की डॉक्टर दीपक सिंह व उसके साथियों द्वारा कहीं हत्या कर लाश को किसी वाहन से लाकर रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया गया।

पांच डॉक्टरों के पैनल ने किया पोस्टमार्टम

मृतक अंकित के परिजनों ने जिला नेहा शर्मा से मुलाकात की और उनसे डॉक्टरों के पैनल से पोस्टमार्टम कराने की गुहार लगाई। परिजनों की मांग पर डीएम ने पांच डाक्टरों का पैनल बनाकर पोस्टमार्टम कराने का निर्देश दिया था। पोस्टमार्टम कार्रवाई की वीडियोग्राफी भी करायी गयी थी।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृतक के हाथ-पैर की कई हड्डियां टूटी मिलीं। मृतक के सिर और गले पर भी गंभीर जख्म पाए गए थे। रिपोर्ट मिलने के बाद राजकीय रेलवे पुलिस (जीआरपी) ने डॉक्टर दीपक सिंह व उसके दो अज्ञात साथियों के खिलाफ आईपीसी की धारा 302 व 201 के तहत मुकदमा दर्ज किया है। इस संबंध में सीओ जीआरपी, गोरखपुर विनोद कुमार सिंह ने बताया कि रिपोर्ट दर्ज कर आरोपी डॉक्टर की तलाश की जा रही है।

डॉ दीपक सिंह का है नारायणा हॉस्पिटल

शहर के सर्कुलर रोड स्थित नारायणा हॉस्पिटल डॉ दीपक सिंह बताया जा रहा है। डॉ दीपक की तैनाती जिला अस्पताल में है। मृतक अंकित बीएससी नर्सिंग पास था। वह पिछले दो साल से इस नारायणा हॉस्पिटल में नौकरी कर रहा था। अस्पताल के सहकर्मियों के मुताबिक मृतक अंकित काफी मिलनसार और सरल स्वभाव का था। कभी किसी से उसका विवाद नहीं हुआ था।

चार बहनों का इकलौता भाई था अंकित

मोतीगंज थाना क्षेत्र के अचलपुर गांव का रहने वाला अंकित तिवारी अपने पिता का इकलौता बेटा और चार बहनों का अकेला भाई था।‌ अंकित‌ की मौत‌ से पूरा परिवार स्तब्ध है। पूरा गांव शोक में डूबा हुआ है। परिजनों पर दुःख का पहाड़ टूट पड़ा है और सभी का रो-रो कर बुरा हाल है।

Also Read : Varanasi : UP ATS ने जाली नोट बनाने वाले गिरोह का किया भंडाफोड़, दो गिरफ्तार

Get real time updates directly on you device, subscribe now.