मूड स्विंग, स्ट्रेस और एंग्जायटी से जल्द पाएं छुटकारा, डाइट में शामिल करें ये सुपरफूड्स

Sandesh Wahak Digital Desk: अगर आप भी छोटी-छोटी बातों पर तनाव महसूस करते हैं या फिर मूड स्विंग की समस्या से परेशान हैं, तो आपको अपनी डाइट में कुछ बदलाव करने की जरूरत है। विशेषज्ञों का मानना है कि सही खानपान से न केवल मानसिक स्वास्थ्य को मजबूत किया जा सकता है, बल्कि डिप्रेशन और एंग्जायटी जैसी समस्याओं से भी बचाव किया जा सकता है।

खट्टे फल: तनाव कम करने का असरदार उपाय

खट्टे फल यानी सिट्रस फ्रूट्स जैसे संतरा, नींबू, मौसंबी और किन्नू मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद माने जाते हैं। हार्वर्ड यूनिवर्सिटी की एक रिसर्च के मुताबिक, अगर रोजाना एक संतरे का सेवन किया जाए, तो डिप्रेशन का खतरा 20% तक कम हो सकता है। खट्टे फलों में मौजूद विटामिन सी और एंटीऑक्सीडेंट मानसिक तनाव को कम करने में मदद करते हैं और मूड को बेहतर बनाते हैं।

मूड बूस्टर के रूप में करें सेवन

सिट्रस फ्रूट्स सिर्फ शरीर को ऊर्जावान बनाने के लिए नहीं, बल्कि मानसिक तनाव को कम करने के लिए भी जाने जाते हैं। इनमें मौजूद नैचुरल कंपाउंड्स, जैसे कि फ्लेवोनोइड्स और फाइटोन्यूट्रिएंट्स, दिमाग में सेरोटोनिन के स्तर को बढ़ाने में मदद करते हैं, जिससे मूड अच्छा बना रहता है और नेगेटिव थॉट्स कम होते हैं।

इम्यून सिस्टम को भी करेंगे मजबूत

खट्टे फल न केवल मानसिक स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं, बल्कि ये इम्यून सिस्टम को भी मजबूत बनाते हैं। इनमें मौजूद विटामिन सी शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है और सर्दी-खांसी जैसी मौसमी बीमारियों से बचाव करता है। इसके अलावा, ये फाइबर से भरपूर होते हैं, जिससे पाचन तंत्र भी बेहतर रहता है।

ऐसे करें खट्टे फलों को डाइट में शामिल:

– सुबह खाली पेट एक गिलास नींबू पानी पिएं।
– लंच या स्नैक्स के रूप में संतरा या मौसंबी खाएं।
– सलाद में नींबू का रस डालकर सेवन करें।

अगर आप मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रहना चाहते हैं, तो अपनी डाइट में सिट्रस फ्रूट्स को जरूर शामिल करें। सही खानपान से स्ट्रेस और एंग्जायटी जैसी समस्याओं को कम किया जा सकता है।

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