संपादक की कलम से: बांग्लादेश में तख्ता पलट और भारत

Sandesh Wahak Digital Desk: सरकारी नौकरियों में आरक्षण को लेकर बांग्लादेश में बगावत हो गयी है। यहां प्रदर्शनकारी प्रधानमंत्री आवास में घुस गए और लूटपाट की। प्रदर्शनकारियों ने पूरे देश को अराजकता की आग में झोंक दिया है। वहीं शेख हसीना ने प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा देकर देश छोड़ दिया है। वे अपने चुनिंदा कैबिनेट सदस्यों के साथ भारत पहुंची हैं। हालांकि बांग्लादेश की सेना ने जल्द अंतरिम सरकार गठित और शांति स्थापित करने का वादा किया है। भारत ने बांग्लादेश से सटे सीमावर्ती राज्यों पर सेना को हाई अलर्ट पर कर दिया है।

सवाल यह है कि :

  • बांग्लादेश में हुई बगावत और अराजकता का भारत पर क्या असर पड़ेगा?
  • क्या बगावत के पीछे पाकिस्तान, बांग्लादेश के क ट्टरपंथी संगठन, सेना और आतंकियों का हाथ है?
  • क्या बांग्लादेश विदेशी शक्तियों की गहरी साजिश का शिकार हो गया है?
  • क्या आने वाले दिनों में भारत-बांग्लादेश के बीच संबंधों पर नकारात्मक असर पड़ेगा?
  • क्या व्यापार के क्षेत्र में भारत को नुकसान होने की संभावना है?
  • क्या बांग्लादेश में आने वाले दिनों में सेना का कब्जा हो जाएगा?

बांग्लादेश में लोकतांत्रिक ढंग से चुनी गयी सरकार के खिलाफ हुई बगावत ने पूरे विश्व को स्तब्ध कर दिया है। प्रदर्शनकारियों ने जिस तरह पूरे देश को अराजकता की आग में झोंक दिया है वह अन्य लोकतांत्रिक देशों के लिए बेहद चिंता का विषय है। आरक्षण को मुद्दा बनाकर शेख हसीना सरकार के खिलाफ गहरी साजिश रची गयी। देश भर में व्यापक रूप से हुई हिंसाइसकी पुष्टि करती है। यही नहीं खुद शेख हसीना कई बार इस बात को कह चुकी थीं कि विदेशी ताकतें देश को अस्थिर और उनकी सरकार को हटाना चाहती हैं।

सेना ने स्थिति को संभालने की जगह इसको और भड़काया

हसीना के देश छोडऩे के बाद जिस तरह बांग्लादेश की सेना ने व्यवहार किया है, वह भी आश्चर्यचकित करता है। उपद्रवी प्रधानमंत्री आवास से लेकर सडक़ों तक लूटपाट और तोडफ़ोड़ करते रहे लेकिन इनको रोकने के लिए सेना का एक भी जवान नहीं दिखा। चर्चा है कि पाकिस्तान और चीन के इशारे पर बांग्लादेश की सेना, कट्टरपंथी जमात-ए-इस्लामी और खालिद जिया की पार्टी बीएनपी ने मिलकर बगावत की साजिश रची। यही वजह है कि सेना ने स्थिति को संभालने की जगह इसको और भड़का दिया।

पड़ोसी मुल्क में हुई इस बगावत का भारत पर निश्चित रूप से असर पड़ेगा। दोनों देशों के बीच बढ़ते रिश्तों में अब न केवल ब्रेक लगेगा बल्कि व्यापार पर भी इसका सीधा असर पड़ेगा। बांग्लादेश दक्षिण एशिया में भारत का सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर है और भारत एशिया में बांग्लादेश का दूसरा सबसे बड़ा व्यापार भागीदार है। पिछले साल दोनों देशों के बीच कुल द्विपक्षीय व्यापार 14.01 बिलियन अमेरिकी डॉलर रहा है। इसके अलावा बांग्लादेश में सेना का राज होने पर यहां चीन और पाकिस्तान की स्थिति मजबूत होगी। इससे भारत को अब तीन मोर्चों पर अपनी स्थिति को मजबूत करना होगा।

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