House Tax Assessment: टैक्स निर्धारण में फर्जीवाड़ा, दो कर अधीक्षक और इंस्पेक्टर निलंबित
Sandesh Wahak Digital Desk : ट्रांसपोर्ट नगर में हाउस टैक्स असेसमेंट के नाम पर फर्जीवाड़ा कर नगर निगम को लाखों का चूना लगाने के मामले में स्थानीय निकाय निदेशालय व लखनऊ प्रशासन ने एक्शन लिया है।
निदेशालय की ओर से एक कर अधीक्षक व दो टैक्स इंस्पेक्टरों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की गई है। वहीं नगर आयुक्त इन्द्रजीत सिंह ने जोनल अधिकारी नंद किशोर को तत्काल प्रभाव से हटा दिया है। फिलहाल उन्हें प्रतीक्षारत कर दिया गया है।
कार्रवाई से पूरे विभाग के अफसरों में मचा हड़कंप
नगर निगम में हुई इस कार्रवाई से पूरे विभाग के अफसरों में हड़कंप मच गया है। अफसरों की ओर से करायी गयी जांच में जोनल अधिकारी नन्द किशोर, टैक्स इंस्पेक्टर सौरभ त्रिपाठी व शिप्रा सिंह, कर अधीक्षक संतोष गुप्ता व राम सागर कुशवाहा को दोषी बताया गया था।
नगर आयुक्त इन्द्रजीत सिंह ने इस मामले में कार्रवाई के लिए शासन को रिपोर्ट भेजी थी। हालांकि नन्द किशोर से केवल स्पष्टीकरण मांगा था लेकिन कर अधीक्षक व इंस्पेक्टर के खिलाफ कार्रवाई के लिए शासन को रिपोर्ट भेजी थी। स्थानीय निकाय निदेशक ने मामले में टैक्स इंस्पेक्टर सौरभ त्रिपाठी को पहले ही सस्पेंड कर दिया था।
एक दूसरे मामले में कर अधीक्षक राम सागर कुशवाहा को भी निलबिंत किया गया है। जोन एक में तैनात जोनल अधिकारी नन्द किशोर के खिलाफ अब कार्रवाई हुई है। उन्हें जोन एक के जोनल अधिकारी के पद से हटा दिया गया है।
रिश्वत लेते रंगेहाथ पकड़ी गई नगर निगम लिपिक
लखनऊ नगर निगम के जोन 6 में तैनात महिला कर्मचारी को एंटी करप्शन की टीम ने गिरफ्तार किया है। महिला कर्मचारी पर काम के बदले 25 हजार रुपए घूस लेने का आरोप लगा है। बताया जा रहा है आरोपित महिला कर्मचारी जोन-6 में लिपिक के पद पर तैनात है।
नगर निगम के जोन-छह का मामला नामांतरण के नाम पर मांगी जा रही थी घूस
मंगलवार को नगर निगम जोन 6 में लिपिक के पद पर तैनात नीलम साहू को एंटी करप्शन की टीम ने पैसे लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। बताया जा रहा है कि इससे पहले भी नीलम साहू की विभागीय अफसरों से शिकायत हुई थी, लेकिन अफसरों ने कोई कार्रवाई नहीं की। जिसके बाद पीडि़त पक्ष ने इसकी शिकायत एंटी करप्शन टीम से कर दी।
एंटी करप्शन की टीम ने महिला पुलिस कर्मियों की मदद से लिपिक को गिरफ्तार कर लिया है। लिपिक नीलम साहू पर मकान का नामान्तरण करने के नाम पर शिकायतकर्ता से रिश्वत मांगने का आरोप है। नगर निगम में रिश्वत लेने के मामले में पूर्व में भी जोन-दो के एक इस्पेक्टर को एंटी करप्शन गिरफ्तार कर चुकी है। मगर, नगर निगम में रिश्वतखोरी बंद नहीं हो रही है।
Also Read: Ghaziabad: सिद्धार्थ विहार योजना में 350 करोड़ का घोटाला, SIT जांच में 5 अफसर…