टेबल पर पांच ग्लास और सल्फास के पैकेट…वसंत कुंज में 5 मौतों से मची सनसनी

Sandesh Wahak Digital Desk: दक्षिण-पश्चिम दिल्ली के वसंत कुंज इलाके में 46 वर्षीय एक व्यक्ति और उसकी चार बेटियों के शव किराये के उनके घर से बरामद किए गए हैं और शवों की हालत से ऐसा लगता है कि उनकी मौत कई दिन पहले हो चुकी है। पुलिस ने शनिवार को बताया कि शव शुक्रवार दोपहर को मिले और उन पर चोट के कोई निशान नहीं है लेकिन पुलिस को घर में सल्फास जहर के तीन पैकेट, पांच गिलास और एक संदिग्ध तरल पदार्थ के साथ एक चम्मच मिली है। मृतक व्यक्ति की दो बेटियां दिव्यांग थीं।

आखिरी बार 24 सिंतबर को देखा गया था

पुलिस ने बताया कि व्यक्ति की दो छोटी बेटियां दिव्यांग थीं जबकि पड़ोसियों ने बताया कि चारों दिव्यांग थीं। पुलिस उपायुक्त (दक्षिणपश्चिम) रोहित मीणा ने कहा कि पुलिस इस दावे का सत्यापन कर रही है। स्थानीय लोगों के अनुसार, उसकी बेटियां कभी-कभार ही अपने कमरे से बाहर आती थीं। पड़ोसियों ने दावा किया उन्होंने आखिरी बार व्यक्ति और उसकी बेटियों को 24 सितंबर को देखा था।

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि पड़ोसियों ने रंगपुरी गांव में एक आवासीय परिसर की पहली मंजिल में किराये के घर से दुर्गंध आने की शिकायत की, जिसके बाद शव बरामद किए। डीसीपी मीणा ने बताया कि आवासीय परिसर की देखभाल करने वाले एक व्यक्ति ने इमारत के मालिक नितिन चौहान को फ्लैट सी-4 से दुर्गंध आने की जानकारी दी जिसके बाद उसने दरवाजा खटखटाया लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।

‘इंडियन स्पाइनल इंजरी सेंटर’ में बढ़ई का काम करता था हीरालाल

उन्होंने बताया कि दमकल कर्मियों की मदद से पुलिस ने दरवाजा तोड़ा और एक कमरे में एक व्यक्ति को मृत पाया जबकि उसकी चार बेटियों के शव दूसरे कमरे में मिले।मृतकों की पहचान पिछले 28 साल से वसंत कुंज में ‘इंडियन स्पाइनल इंजरी सेंटर’ में बढ़ई के तौर पर काम करने वाले हीरालाल शर्मा और उसकी चार बेटियों नीतू (26), निक्की (24), नीरू (23) और निधि (20) के रूप में की गयी है।

डीसीपी ने बताया कि पड़ोसियों और करीबी रिश्तेदारों से पूछताछ में पता चला है कि हीरालाल की पत्नी की एक साल पहले कैंसर के कारण मौत हो गयी थी। वह हर महीने करीब 25,000 रुपये कमाता था लेकिन जनवरी 2024 से काम पर नहीं गया था।

इस बीच, हीरालाल के भाई मोहन शर्मा और भाभी गुड़िया शर्मा घटना की सूचना मिलने के बाद उनके घर पहुंचे। उन्होंने बताया कि हीरालाल ने अपनी पत्नी की मौत के बाद परिवार के मामलों में दिलचस्पी लेना बंद कर दिया था और वह ज्यादातर अपनी बेटियों के इलाज में व्यस्त रहता था। पुलिस ने बताया कि भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता की धारा 194 के तहत मामले की जांच शुरू कर दी गयी है और पोस्टमार्टम के लिए एक चिकित्सा बोर्ड का गठन किया गया है।

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