अग्नि सुरक्षा सप्ताह : बहुखंडीय भवनों में होगी अग्निशमन व्यवस्थाओं की जांच
संदेशवाहक डिजिटल डेस्क। प्रदेश में 14 अप्रैल से लेकर 20 अप्रैल तक अग्नि सुरक्षा सप्ताह का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान न सिर्फ बहुखंडीय इमारतों की जांच होगी। बल्कि अग्नि सुरक्षा को लेकर शहरवासियों को जागरूक भी किया जाएगा। इस दौरान विभिन्न तरह के आयोजनों की भी तैयारी की जा रही है।
पुलिस उप महानिरीक्षक महानिदेशक, अग्निशमन जुगुल किशोर ने बताया कि 15 अप्रैल को जनपदीय मुख्यालय व तहसील स्तर पर विद्यमान फायर स्टेशनों के सहयोग से शिक्षा संस्थानों में अग्नि सुरक्षा से संबंधित निबंध, चित्रकला एवं व्याख्यान का आयोजन कराया जायेगा।
16 अप्रैल से 19 अप्रैल तक जनपदीय मुख्यालय व तहसील स्तर पर बहुखंडीय भवनों, व्यावसायिक प्रतिष्ठानों, सभागारों का निरीक्षण, अग्निसुरक्षा से संबंधित जनजागरण राष्ट्रीय अवसंरचना के विकास के लिए अग्नि जागरूकता के संकलन पर विशेष रूप से केन्द्रित होकर बहुखण्डीय भवनों में अग्नि निवारण, जीवन संरक्षा एवं अग्निशमन व्यवस्थाओं की जांच एवं मॉक ड्रिल हेतु सुरक्षा में अभियान चलाया जायेगा।
गोष्ठी के लिए व्यापार मंडल के संभ्रान्त व्यक्तियों एवं नागरिकों को बुलाकर विचार-विमर्श किया जायेगा। 20 अप्रैल, 2023 को ग्रामीण अंचलों में प्रभारी अग्निशमन अधिकारी द्वारा अग्नि सुरक्षा जागरूकता अभियान चलाया जायेगा।
अग्निशमन विभाग का लेखा-जोखा
वर्तमान में प्रदेश के 75 जनपदों में कुल 359 फायर स्टेशन स्वीकृत हैं। जिनमें से 301 फायर स्टेशन क्रियाशील है एवं निर्माणाधीन 49 फायर स्टेशनों को क्रियाशील कराये जाने की तैयारी की जा रही है। अग्निशमन सेवा के 6476 अधिकारी एवं कर्मचारी कार्यरत हैं। कुल 1689 वाहनों, मशीनों, पम्पों की सहायता से कार्य हो रहा है। वर्ष 2022-23 में साढ़े 35 करोड़ रुपए अग्निशमन वाहनों एवं उपकरणों के लिए शासन ने आवंटित किया है।
ग्रीष्मकालीन अग्नि दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए जनहित में प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में पहली मार्च से 30 जून तक जनपदों के तहसील मुख्यालयों पर 69 सीजनल फायर स्टेशन स्थापित कराए गए हैं। इसी प्रकार शीतकालीन अग्नि दुर्घटनाओं की रोकथाम के लिए पहली अक्टूबर से 31 दिसम्बर तक शीतकालीन सीजन फायर स्टेशन प्रत्येक वर्ष स्थापित किये जाते हैं।
प्रदेश अग्निशमन सेवा के ऑनलाइन एनओसी पोर्टल पर पहली जनवरी 2022 से अब तक अग्निशमन अनापत्ति प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए कुल 35316 आवेदन प्राप्त हुए हैं, जिनमें से 24105 आवेदकों को अनापत्ति प्रमाण-पत्र जारी किया गया है।
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