केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी के भाई गोपाल के खिलाफ FIR, 2 करोड़ रुपये की ठगी का मामला

Sandesh Wahak Digital Desk : केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी के भाई गोपाल जोशी के खिलाफ कर्नाटक में केस दर्ज किया गया है। गोपाल जोशी पर आरोप लगा है कि लोकसभा चुनाव में टिकट देने का लालच देकर 2 करोड़ की ठगी की गई। सुनीता चव्हाण नामक महिला ने बसवेश्वर नगर थाने में एफआईआर दर्ज करवाई है। वहीं, केंद्रीय मंत्री प्रल्हाद जोशी की तरफ से कहा गया है कि गोपाल जोशी से उनका नाता दस साल पहले ही टूट चुका है। उनका उनके भाई से कोई वास्ता नहीं है।

सुनीता चव्हाण पूर्व विधायक देवानंद चव्हाण की पत्नी हैं। देवानंद चव्हाण 2018 में नागठाना निर्वाचन क्षेत्र से जेडीएस विधायक चुने गए थे लेकिन 2023 का चुनाव हार गए। 2024 के चुनाव में टिकट की कोशिश करने वाले देवानंद चव्हाण का शेखर नाइक के माध्यम से गोपाल जोशी से परिचय हुआ था।

शिकायत के मुताबिक गोपाल जोशी ने मार्च के पहले सप्ताह में हुबली में चौहान दम्पति से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि वे लोकसभा चुनाव का टिकट दिलाएंगे। गोपाल जोशी ने उनसे  कहा कि मेरे भाई का  केंद्र सरकार में अच्छा रुतबा है। उनकी बात पीएम मोदी और अमित शाह जरूर सुनेंगे।

सांकेतिक तस्वीर- India TV Hindi

आरोपी गोपाल जोशी ने देवानंद चह्वाण को आश्वासन दिया कि वो उन्हें विजयपुरा से टिकट दिलाएंगे और इसके एवज में उन्होंने 5 करोड़ की मांग की। लेकिन चह्वाण दंपत्ति यह कहकर वहां से चले गए थे कि 5 करोड़ रुपये संभव नहीं है।

बाद में गोपाल जोशी और शेखर ने चह्वाण दम्पति को मनाया। उनसे 25 लाख रुपए कैश लिए गए और बाकी पैसों का चेक लिया गया ये 25 लाख रुपये  बेंगलुरु के बसवेश्वरनगर में विजयलक्ष्मी के घर पर पहुंचा दिए गए।

पीड़िता को अपमानित करने का आरोप

जब देवानंद चव्हाण को टिकट नहीं मिला तो सुनीता ने गोपाल को फिर से फोन किया। गोपाल जोशी ने उससे कहा कि उन्हें 200 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट मिलने वाला है और वह पैसे लौटा देंगे।

उसने उससे 1.75 करोड़ रुपये देकर सहयोग करने को भी कहा, जिसे वह 20 दिनों में लौटा देगा। उसने कहा कि जब एक महीने बाद भी उसे कोई जवाब नहीं मिला तो उसने गोपाल को फोन करना शुरू किया, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।

सुनीता ने गोपाल से हुबली स्थित उसके घर पर मिलने की कोशिश की, लेकिन हर बार उसे जवाब मिला कि वह घर पर नहीं है। पीड़ित ने कहा कि उसे आश्वासन दिया कि पैसे वापस कर दिए जाएंगे।

अंत में सुनीता विजयलक्ष्मी के बेंगलुरू स्थित बसवेश्वरनगर स्थित घर पहुंची, जहां उसे अपमानित किया गया और घर से निकाल दिया गया। जिसके बाद सुनीता ने पुलिस में शिकायत दर्ज करवाई।

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