इटावा: अंतरराज्यीय कछुआ तस्करी गिरोह का पर्दाफाश, 528 जीवित कछुए बरामद, एक तस्कर गिरफ्तार
Sandesh Wahak Digital Desk: इटावा में यूपी एसटीएफ ने अंतरराज्यीय स्तर पर प्रतिबंधित प्रजाति के कछुओं की तस्करी करने वाले गिरोह के एक सदस्य को गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की है। आरोपी के पास से 528 जीवित कछुए बरामद किए गए हैं।
गिरफ्तार अभियुक्त की पहचान गिरेन्द्र सिंह उर्फ गौरव शाक्य (पुत्र रामसेवक, निवासी नगला जैंनखा, पोस्ट दिलीपपुर कलेई, थाना विछवा, तहसील कुरावली, जनपद मैनपुरी) के रूप में हुई है। उसे रविवार सुबह लगभग 4:30 बजे बेवर-इटावा मार्ग पर कर्री पुलिया के पास से गिरफ्तार किया गया।
बरामद सामान:
- 528 जीवित प्रतिबंधित प्रजाति के कछुए
- 1 मोबाइल फोन (सैमसंग)
- 1 आधार कार्ड
- 1 एटीएम कार्ड
- 1 ड्राइविंग लाइसेंस
- ट्रक (नंबर WB27 1371)
एसटीएफ की कार्रवाई
एसटीएफ उत्तर प्रदेश को कुछ समय से जानकारी मिल रही थी कि प्रतिबंधित प्रजाति के कछुओं की तस्करी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह सक्रिय हैं। इस सूचना के आधार पर एसटीएफ की विभिन्न टीमों को कार्यवाही के निर्देश दिए गए।
अपर पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ, दिनेश कुमार सिंह के पर्यवेक्षण में निरीक्षक शैलेन्द्र कुमार सिंह (एसटीएफ फील्ड इकाई, कानपुर) के नेतृत्व में एक टीम गठित कर अभिसूचना संकलन शुरू किया गया।
मुखबिर से सूचना मिली कि मैनपुरी से एक ट्रक में कछुए लादकर पश्चिम बंगाल ले जाए जा रहे हैं। मुखबिर की सूचना पर कार्रवाई करते हुए एसटीएफ ने वन क्षेत्राधिकारी, इटावा रेंज से समन्वय स्थापित कर सुबह 4:30 बजे बेवर-इटावा मार्ग पर एक ट्रक को रोककर तलाशी ली। ट्रक में पहले से लदे इलेक्ट्रॉनिक सामान के बीच 17 बोरियों में भरे 528 जीवित कछुए बरामद हुए।
अभियुक्त का कबूलनामा
पूछताछ में अभियुक्त ने बताया कि वह ट्रक चालक है और नोएडा से त्रिवेणी कंपनी का इलेक्ट्रिक सामान लेकर पश्चिम बंगाल जा रहा था। रास्ते में उसकी गजेन्द्र कंजड़ (निवासी मुस्तफाबाद, शिकोहाबाद) के माध्यम से मनोज व धर्मेन्द्र से बात हुई, जो कछुओं की तस्करी में शामिल हैं। गजेन्द्र ने 60,000 रुपये भाड़े पर कछुओं की बोरियां पश्चिम बंगाल पहुंचाने के लिए कहा, जिसमें से 25,000 रुपये उसके खाते में पहले ही जमा कर दिए गए थे। बाकी रकम पश्चिम बंगाल पहुंचने पर मिलने वाली थी।
गिरफ्तार अभियुक्त के विरुद्ध वन्य जीव संरक्षण अधिनियम, 1972 की धारा 2, (16ख) 9, 39, 48, 498, 50, 51, 57 व भारतीय वन अधिनियम की धारा 52क के तहत मामला दर्ज कर क्षेत्रीय वन अधिकारी, इटावा रेंज को सौंप दिया गया।
गजेन्द्र कंजड़, मनोज और धर्मेन्द्र की गिरफ्तारी के प्रयास जारी हैं। क्षेत्रीय वन अधिकारी द्वारा अग्रिम कानूनी कार्रवाई की जा रही है। यह कार्रवाई एसटीएफ की सतर्कता और त्वरित कार्रवाई का नतीजा है। प्रतिबंधित प्रजाति के कछुओं की तस्करी रोकने में यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि मानी जा रही है।
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