संपादकीय: सैन्य स्टेशन में गोलीबारी खतरे की घंटी
पंजाब के बठिंडा के बेहद अहम सैन्य स्टेशन में घुसकर चार जवानों को मौत की नींद सुला दिया गया। इस हत्याकांड को महज दो अज्ञात हमलावरों ने अंजाम दिया।
संदेशवाहक डिजिटल डेस्क। पंजाब के बठिंडा के बेहद अहम सैन्य स्टेशन में घुसकर चार जवानों को मौत की नींद सुला दिया गया। इस हत्याकांड को महज दो अज्ञात हमलावरों ने अंजाम दिया। फिलहाल पुलिस और सेना की संयुक्त टीम इसकी जांच कर रही है। यह तो जांच के बाद ही स्पष्ट हो पाएगा कि यह आतंकी हमला था या नहीं।
सवाल यह है कि…
- सैन्य स्टेशन के बैरक में अज्ञात हमलावर पहुंचे कैसे?
- पंजाब में पुलिस थाने से लेकर सैन्य अड्डे व जवानों को कौन निशाना बना रहा है और क्यों?
- क्या इसके तार विदेशों से जुड़े हैं?
- सर्च ऑपरेशन चलाए जाने के बाद भी हमलावरों का सुराग क्यों नहीं लग सका है?
- क्या ये गतिविधियां किसी बड़े खतरे का संकेत दे रही हैं?
- क्या जम्मू-कश्मीर में मुंह की खाने के बाद अब पाकिस्तान पंजाब में अराजकता फैलाने की साजिश रच रहा है?
- क्या स्थानीय माफिया और आतंकवाद का गठजोड़ पंजाब को सुलगाने में जुटा है?
पिछले एक साल से पंजाब के हालात बदतर हो रहे हैं। यहां पाकिस्तान की शह पर खालिस्तानी आतंकी (Khalistani terrorists) तेजी से सक्रिय हो गए हैं। दिसंबर 2022 में इन आतंकियों ने तरनतारन के सरहाली पुलिस स्टेशन पर रॉकेट लॉन्चर से हमला किया था। यह मिलिट्री हथियार था और जिसे बॉर्डर पार से लाया गया था। इसने सुरक्षा व्यवस्था की पोल खोल दी थी। हमले की जिम्मेदारी खालिस्तानी आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने ली थी। इसके बाद यहां अचानक खालिस्तानी समर्थक सडक़ों पर नजर आने लगे।
उन्होंने खुलेआम रैलियां की और पुलिस मौन रही। इसका परिणाम यह हुआ कि खालिस्तान समर्थकों का हौसला बढ़ा और वे अमृतपाल सिंह के नेतृत्व में पंजाब सरकार को चुनौती देने लगे। मामले में केंद्र सरकार को हस्तक्षेप करना पड़ा। गृह मंत्रालय की कड़ाई के बाद राज्य सरकार ने इसके खिलाफ कार्रवाई शुरू की लेकिन वह पुलिस के सामने ही फरार हो गया।
खालिस्तानी आतंकवाद को बढ़ावा दे रहा पाकिस्तान
अब बठिंडा के सैन्य स्टेशन को निशाना बनाया गया है। हालांकि सेना और पुलिस इसे आतंकी घटना नहीं बता रही है लेकिन इसने सैन्य स्टेशन की सुरक्षा को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। सच यह है कि पाकिस्तान, पंजाब में खालिस्तानी आतंकवाद को बढ़ावा देने की साजिश रच रहा है। इन आतंकियों का पंजाब के स्थानीय अपराधियों और माफिया से साठ-गांठ है। जांच में भी यह बात सामने आ चुकी है। इनको ड्रोन के जरिए सीमा पार से हथियार और ड्रग्स पहुंचाए जा रहे हैं। इसकी पुष्टि सीमा पार से आने वाले कई ड्रोनों को मार गिराने और उससे बरामद हथियार, करेंसी और ड्रग्स से होती है। पंजाब की यह हालत गंभीर चिंता का विषय है।
पुलिस, सेना और केंद्र सरकार को सतर्क रहने की जरूरत है। यह किसी बड़े साजिश की ओर इशारा कर रही है। यदि सरकार ने इस पर ध्यान नहीं दिया तो पंजाब के हालात कभी भी विस्फोटक हो सकते हैं। यही नहीं यह पंजाब की राज्य सरकार के लिए भी बड़ी चुनौती है।
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