जिंदा हुआ दुर्लभ कश्यप गैंग, लगाई ऑनलाइन हथियारों की दुकान, जांच शुरू
दुर्लभ कश्यप. वो नाम जिसे सुनकर पुलिस भी बेचैन हो जाती थी. कहा तो यहाँ तक जाता है कि...
Durlabh Kashyap Gang: दुर्लभ कश्यप. वो नाम जिसे सुनकर पुलिस भी बेचैन हो जाती थी. कहा तो यहाँ तक जाता है कि उसकी चर्चा बड़े से बड़े अधिकारिओं के ज़ुबान पर रट गई थी. लेकिन अब ये खबर है कि दुर्लभ कश्यप गैंग एक बार फिर से जिंदा हो गया है.
दरअसल, सोशल मीडिया के जरिए इस गैंग ने हथियारों की सेल लगाई है. साथ ही मोबाइल नंबर भी जारी किए हैं. इन नंबर्स पर कॉल करने पर अवैध हथियारों की डिलीवरी यह गैंग करेगा. ऐसा इस पोस्ट में कहा गया है.
सोशल मीडिया पर गैंग ने एक से बढ़कर एक अवैध हथियारों की तस्वीर पोस्ट की है. गैंग से जुड़े लोगों ने फेसबुक पर एक पेज बनाया है. इसका नाम कोहिनूर ग्रुप उज्जैन. जहाँ देसी कट्टा, पिस्टल ऑनलाइन और होम डिलीवरी है. इसके नीचे आरोपियों ने अपना नंबर भी दिया है.
दरअसल, उज्जैन का गैंगस्टर दुर्लभ कश्यप ने 16 साल की उम्र में अपराध की दुनिया में कदम रखा था. उसने सोशल मीडिया पर धमकी, दादागीरी की पोस्ट डाल डालकर खुद को चर्चित कर लिया था.
इसी उम्र में उसने अपने नाम से गैंग भी बना लिया था. उसके गैंग से नई उम्र के लोग बहुत तेजी से जुड़ने लगे थे. बता दें कि गैंग से जुड़े सभी लोगों का पहनावा एक जैसा होता था. माथे पर लाल टीका, आंखों में सुरमा, काला कुर्ता और गले में गमछा.
छोटी उम्र में बन गया डॉन
दुर्लभ बहुत कम उम्र में कई बड़े अपराधों को अंजाम दे चुका था. दुर्लभ कश्यप सितंबर 2020 में अपने कुछ साथियों के साथ बाइक से उज्जैन के हेलावाड़ी क्षेत्र में चाय पीने पहुंचा था. यह इलाका पूर्व से ही KKC गैंग का था. गैंग का लीडर रमीज हेलावाड़ी था. जिस दुकान में दुर्लभ चाय पीने गया, उसका मालिक रमीज का भाई अमन भूरा था. भूरा ने दुर्लभ को पहचान लिया. इसके बाद दोनों गैंग के बीच गैंगवार शुरू हो गया. इस दौरान आरोपियों ने दुर्लभ पर चाकू से 30 से ज्यादा वार किए और मौके पर ही दुर्लभ कश्यप की मौत हो गई थी.
इसके बाद दुर्लभ की अंतिम यात्रा को भी फेसबुक पर लाइव चलाया गया था. इसके बाद फेसबुक और यूट्यूब पर दुर्लभ और उसके किस्से अपलोड किए जाने लगे. लोगों में डर कायम रखा जाने लगा. यही वजह है कि दुर्लभ की गैंग सोशल मीडिया पर आज भी एक्टिव है.
अब लगाई हथियारों की सेल
गैंगस्टर दुर्लभ कश्यप गैंग इस समय सोशल मीडिया पर हथियारों की अवैध बिक्री का काम शुरू किया है. सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर ‘क्या दुर्लभ कश्यप जिंदा है’ टाइटल के नाम से पेज बनाया गया है. इसमें दुर्लभ कश्यप का फोटो भी लगा हुआ है. इसमें 23 अप्रैल 2023 को फेसबुक पेज पर वीडियो के साथ विज्ञापन अपलोड किया गया है. इसके साथ दो वीडियो भी अपलोड किए गए हैं. इनमें हथियारों की नुमाइश की जा रही है.
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वहीँ, इस पूरे मामले में उज्जैन SP सचिन शर्मा ने कहा कि यह वीडियो करीब 10 महीने पहले अपलोड किए गए हैं. अब दोबारा ऐसी शिकायत मिली है. जिसपर कार्रवाई जारी है. बता दें कि पिछले दिनों इस गैंग के एक आरोपी को पकड़कर जेल भी भेजा गया था.