Bareilly: डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर जिलाधिकारी ने किया माल्यार्पण, 15 दिवसीय कार्यक्रम की घोषणा

Sandesh Wahak Digital Desk: बरेली जिले में आज सम्पूर्ण जनपद में भारत रत्न डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती भव्यता और उत्सव के रूप में मनाई गई। “हमारा संविधान-हमारा स्वाभिमान” थीम के तहत आयोजित इस कार्यक्रम में जिलाधिकारी रविंद्र कुमार ने कलेक्ट्रेट सभागार में डॉ. अंबेडकर के चित्र पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। साथ ही, उन्होंने समस्त अधिकारी और कर्मचारियों से अपील की कि वे बाबा साहब के सिद्धांतों को अपनी कार्यशैली में आत्मसात करें और देश के विकास में सक्रिय योगदान दें।

जिलाधिकारी ने इस अवसर पर कहा कि “बाबा साहब ने समाज में समानता, सामाजिक न्याय, और शिक्षा के क्षेत्र में अमूल्य योगदान दिया। वे शोषित, पीड़ित, गरीबों और महिलाओं के अधिकारों की आवाज बने, और उन्होंने समाज को एक नई दिशा दी।”

15 दिवसीय कार्यक्रम का उद्घाटन

जिलाधिकारी ने अवगत कराया कि शासन के आदेशानुसार स्वतंत्रता के अमृत काल में डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर 14 अप्रैल से 28 अप्रैल तक 15 दिवसीय कार्यक्रमों का आयोजन किया जाएगा। “हमारा संविधान, हमारा स्वाभिमान” टैगलाइन के तहत यह अभियान पूरे जनपद में उत्सव के रूप में मनाया जाएगा। कार्यक्रमों के तहत जिला पंचायत, तहसील, विकासखंड, क्षेत्र पंचायतों, ग्राम सभाओं और विद्यालयों में विशेष आयोजन किए जाएंगे। विद्यालयों में प्रभात फेरियों का आयोजन किया जाएगा, और स्कूलों में संविधान के उपबंधों, संविधान निर्माण की प्रक्रिया, मौलिक अधिकार/कर्तव्यों और संविधान में किए गए नवीन संशोधनों पर चर्चा की जाएगी।

संविधान के प्रति सम्मान का संदेश

इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि हमें अपने संविधान का सम्मान करना चाहिए, और संविधान की प्रस्तावना, जो कि सम्पूर्ण संविधान का सार है, को समझने की आवश्यकता है। उन्होंने यह भी कहा कि बाबा साहब के आदर्शों को अपने जीवन में उतारना चाहिए, ताकि हम समाज में समानता और न्याय की दिशा में कदम बढ़ा सकें।

शिक्षा और समानता पर जोर 

अपर जिलाधिकारी नगर, सौरभ दुबे ने कहा कि डॉ. अंबेडकर ने सबसे पहले शिक्षा पर जोर दिया, क्योंकि शिक्षित व्यक्ति ही अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक हो सकता है। उन्होंने बताया कि बाबा साहब का योगदान समाज में राजनीतिक समता और सामाजिक-आर्थिक विषमताओं को दूर करने के रूप में अद्वितीय है। महिलाओं के सशक्तिकरण में बाबा साहब का अतुलनीय योगदान रहा है।

संविधान के मौलिक अधिकार और कर्तव्यों पर जोर

नगर मजिस्ट्रेट ने कहा कि डॉ. अंबेडकर ने संविधान में भारत के मौलिक तथ्यों को शामिल किया, जो हमें सही और गलत का निर्णय लेने में सक्षम बनाता है। उन्होंने यह भी कहा कि छुआ-छूत और भेदभाव को समाप्त करना बाबा साहब का उद्देश्य था, और उन्होंने दलित, शोषित, वंचित और महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए काम किया।

इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) संतोष बहादुर सिंह, अपर जिलाधिकारी न्यायिक देश दीपक सिंह, नगर मजिस्ट्रेट राजीव कुमार शुक्ला, तथा समस्त अधिकारी/कर्मचारीगण और पत्रकार बंधु उपस्थित रहे।

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