CM Nitish Kumar से मिले दीपांकर भट्टाचार्य, बीजेपी को लेकर किया बड़ा दावा
संदेशवाहक डिजिटल डेस्क: भाकपा माले के महासचिव दीपांकर भट्टाचार्य ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) से कहा कि राज्य में हाल में हुए सांप्रदायिक दंगों के बाद केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की बयानबाजी ने भाजपा (BJP) के चुनावी इरादे की पोल खोल दी है।
भाकपा माले की ओर से बुधवार को जारी बयान में कहा गया है कि दीपांकर ने मंगलवार की देर शाम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के साथ उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की थी।
बयान में कहा गया है कि मुलाकात के दौरान दीपांकर ने नवादा में (केंद्रीय गृह मंत्री अमित) शाह के रविवार के भाषण का जिक्र किया और कहा, ‘ये घटनाएं राज्य के सांप्रदायिक सद्भाव की विरासत और बिहार के हर एक शुभचिंतक को सचेत करने के रूप में सामने आई है’।
उन्होंने कहा कि ‘इस (सांप्रदायिक) हिंसा के कुछ ही घंटों के भीतर अमित शाह द्वारा भारतीय जनता पार्टी के लिए जनादेश का निर्लज्जतापूर्ण आह्वान संघ-भाजपा के ‘चुनावी गेम प्लान’ (चुनावी इरादे) को एकदम से स्पष्ट कर देता है’। आपको बता दें कि शाह ने बिहार में दंगों के लिए महागठबंधन सरकार को स्पष्ट रूप से दोषी ठहराया था। रामनवमी के अवसर पर हुये इन दंगों के कारण केंद्रीय गृह मंत्री को सासाराम का निर्धारित दौरा रद्द करना पड़ा था।
अमित शाह के बयान पर जताया दुख
भाकपा माले नेता ने अमित शाह की उस घोषणा पर भी दुख जताया। जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर राज्य में 2024 के लोकसभा चुनाव के एक साल बाद विधानसभा चुनाव में भाजपा (BJP) सत्ता में आई, तो दंगाइयों को उल्टा लटका दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री के पैतृक जिले नालंदा के मुख्यालय बिहारशरीफ में दंगों के दौरान 100 साल पुराने एक मदरसा और उससे जुड़े एक पुस्तकालय को आग लगा दी गई थी। अज़ीज़िया मदरसा की स्थापना एक शिक्षाविद् बीबी सोगरा ने अपने पति अब्दुल अज़ीज़ की याद में की थी जिन्होंने 1857 के विद्रोह में भाग लेने के लिए ब्रिटिश सरकार की नौकरी छोड़ दी थी।
दीपांकर की मुख्यमंत्री (CM Nitish Kumar) से मुलाकात के दौरान बिहार के मंत्री विजय कुमार चौधरी और अशोक चौधरी के अलावा भाकपा माले विधायक दल के नेता महबूब आलम भी मौजूद थे।
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