Delhi: कोचिंग सेंटर हादसे पर छात्रों का प्रदर्शन, तीन नहीं 10 लोगों की मौत का दावा, सरकार से की ये मांग

Sandesh Wahak Digital Desk: मध्य दिल्ली के ओल्ड राजेंद्र नगर इलाके में भारी बारिश के बाद एक कोचिंग सेंटर की इमारत के भूतल में पानी भर जाने से सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने रहे तीन अभ्यार्थियों की मौत हो गई। अधिकारियों ने बताया कि घटनास्थल से दो छात्राओं और एक छात्र के शव बरामद किए गए हैं।

दिल्ली अग्निशमन विभाग (डीएफएस) के अनुसार, शनिवार शाम करीब सात बजे ‘राव आईएएस स्टडी सेंटर’ नामक कोचिंग में जलभराव की सूचना मिली।

मध्य दिल्ली के पुलिस उपायुक्त एम हर्षवर्धन ने संवाददाताओं से कहा शाम सात बजे एक कोचिंग संस्थान के भूतल में पानी भर जाने की सूचना मिली। कॉल करने वाले व्यक्ति ने बताया कि वहां कुछ लोगों के फंसे होने की आशंका है। हम इस बात की जांच कर रहे हैं कि पूरे भूतल में पानी कैसे भर गया। ऐसा लगता है कि भूतल में बहुत तेजी से पानी भर गया, जिससे कुछ लोग अंदर फंस गए।

डीएफएस के एक अधिकारी ने बताया कि राहत एवं बचाव कार्यों के लिए दमकल की पांच गाड़ियां घटनास्थल पर भेजी गईं। उन्होंने बताया कि बचावकर्मी जब मौके पर पहुंचे, तो उन्हें भूतल में पानी भरा हुआ मिला। अधिकारियों ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ), स्थानीय पुलिस और अग्निशमन विभाग के कर्मियों ने घटनास्थल से तीन शव बरामद किए। उन्होंने बताया कि मृतकों में एक छात्र और दो छात्राएं शामिल हैं। हालांकि, उनकी पहचान उजागर नहीं की गई है। अधिकारियों के अनुसार, घटनास्थल पर आधी रात के बाद भी बचाव अभियान जारी रहा।

24 घंटे के भीतर रिपोर्ट पेश करने के निर्देश

डीसीपी हर्षवर्धन ने संवाददाताओं को बताया कि भूतल में अब भी जलस्तर सात फुट है, हालांकि वहां से पानी निकाला जा रहा है। छात्रों के एक समूह ने सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी कर रहे अभ्यर्थियों की मौत पर प्रदर्शन किया और अधिकारियों के खिलाफ नारे लगाए। दिल्ली सरकार में मंत्री आतिशी ने मुख्य सचिव नरेश कुमार को इस घटना की जांच करने और 24 घंटे के भीतर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया। आतिशी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा यह घटना कैसे हुई, इसका पता लगाने के लिए मजिस्ट्रेट जांच के आदेश दिए गए हैं। घटना के लिए जो भी जिम्मेदार होगा, उसे बख्शा नहीं जाएगा।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की दिल्ली इकाई के अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा और नयी दिल्ली की सांसद बांसुरी स्वराज ने घटनास्थल का दौरा किया। दोनों नेताओं ने घटना के लिए आम आदमी पार्टी (आप) की सरकार को दोषी ठहराते हुए कहा कि स्थानीय विधायक ने नालियों की सफाई को लेकर लोगों की अपील को नजरअंदाज किया।

सचदेवा ने कहा इस हादसे के लिए दिल्ली सरकार की आपराधिक लापरवाही जिम्मेदार है। जल बोर्ड मंत्री आतिशी और स्थानीय विधायक दुर्गेश पाठक को घटना की जिम्मेदारी लेते हुए अपने-अपने पदों से इस्तीफा देना चाहिए। अधिकारियों के अनुसार, प्रारंभिक जांच से पता चला है कि भूतल में एक पुस्तकालय था, जहां कई विद्यार्थी मौजूद थे। उन्होंने बताया कि भूतल में बड़ी मात्रा में पानी भरा था और फंसे हुए विद्यार्थियों को बाहर निकालने के लिए रस्सियों का सहारा लिया गया।

एक अभ्यार्थी की करंट लगने से मौत

एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि कोचिंग सेंटर में पानी भर जाने पर वहां रखा फर्नीचर तैरने लगा, जिससे बचाव अभियान में मुश्किलों का सामना करना पड़ा। इस सप्ताह की शुरुआत में ही मध्य दिल्ली के पटेल नगर इलाके में भारी बारिश के बाद सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने वाले 26 वर्षीय एक अभ्यर्थी की उस समय करंट लगने से मौत हो गई, जब उसने एक लोहे के गेट को छू लिया, जिसमें करंट दौड़ रहा था।

भाजपा नेता मनजिंदर सिंह सिरसा ने दावा किया कि भूतल में अब भी 18 लोग फंसे हुए हैं, लेकिन इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। बांसुरी स्वराज ने दावा किया कि छात्रों को बचाने के लिए गोताखोरों को बुलाना पड़ा। उन्होंने कहा पिछले एक हफ्ते से स्थानीय लोग ‘आप’ विधायक दुर्गेश पाठक से नाले की सफाई करवाने की मांग कर रहे थे। लेकिन दुर्गेश पाठक ने उनकी एक न सुनी। इस घटना के लिए अरविंद केजरीवाल, दुर्गेश पाठक और ‘आप’ सरकार जिम्मेदार हैं।

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