Delhi pollution: सीएम केजरीवाल ने की विंटर एक्शन प्लान की घोषणा, जारी होंगे ये नियम
Delhi pollution : दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने सर्दियों के आगामी मौसम में राष्ट्रीय राजधानी में प्रदूषण पर लगाम लगाने के लिए शुक्रवार को शीतकालीन योजना की घोषणा की। साथ ही दावा किया कि राष्ट्रीय राजधानी में सरकार की पहल के कारण प्रदूषण का स्तर कम हुआ है।
केजरीवाल ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इलेक्ट्रिक बसों के संचालन तथा ‘ईवी’ नीति सरीखी सरकार की पहल के कारण ही पिछले आठ वर्षों में गंभीर प्रदूषण (Delhi pollution) के स्तर वाले दिनों में कमी आई।
उन्होंने शीतकालीन कार्रवाई योजना की घोषणा करते हुए कहा कि पराली के निस्तारण के लिए पिछले वर्ष 4,400 हेक्टेयर में पूसा बायोडिकम्पोजर का छिड़काव किया गया था। इस वर्ष 5000 हेक्टेयर कृषि भूमि पर इसका छिड़काव किया जाएगा।
पूसा बायोडिकम्पोजर का निर्माण भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान (आईएआरआई) ने किया था । यह एक प्रकार का द्रव्य है जो पराली का निस्तारण 15-20 दिन में कर देता है।
धूल प्रदूषण रोकने वाले उपकरणों का होगा इस्तेमाल
सरकार धूल प्रदूषण रोकने के लिए पानी की बौछार करने वाले 530 उपकरणों का इस्तेमाल करेगी। 385 टीम वाहनों के प्रदूषण प्रमाणपत्रों की जांच करेंगी। ताकि निर्धारित सीमा से अधिक पुराने वाहनों को रोका जा सके। मुख्यमंत्री ने कहा कि दिल्ली में खुले में कचरा जलाने पर प्रतिबंध है और 611 टीम इसकी निगरानी करेंगी।
उन्होंने लोगों से ‘ग्रीन दिल्ली’ मोबाइल ऐप डाउनलोड करने और प्रदूषण पैदा करने वाली किसी भी गतिविधि की सूचना सरकार को देने का भी आग्रह किया।
IIT Delhi और दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण कमेटी के साथ मिलकर रियल टाइम स्टडी की जा रही है। इसके लिए राउज एवेन्यू सर्वोदय बाल विद्यालय में साइट बनाई गई है। इससे मिले डेटा के आधार पर एरिया को फोकस कर प्रदूषण पर ऐक्शन किया जाएगा।
दिल्ली में फिर से इस साल पटाखों पर प्रतिबंध लगा है। ई-वेस्ट के लिए 20 एकड़ जमीन पर होलंबी कलां में एक ई-वेस्ट पार्क बनाया जा रहा है। इस काम में तेजी लाने के लिए कंसल्टेंट की नियुक्ति कर दी गई है।
प्रदूषण पर नियंत्रण के लिए जन जागरुकता अभियान चलाया जाएगा। इसमें रन अगेंस्ट पॉल्यूशन, रेड लाइट ऑन…गाड़ी ऑफ के जैसे कैंपेन चलाए जाएंगे।
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