Delhi Election: केजरीवाल के खिलाफ राहुल गांधी करेंगे रोड शो, कांग्रेस ने बनाई खास रणनीति
Sandesh Wahak Digital Desk: दिल्ली विधानसभा चुनाव में प्रचार अभियान जोर पकड़ने लगा है। इस बार मुख्य मुकाबला आम आदमी पार्टी (आप) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बीच माना जा रहा है, लेकिन कांग्रेस की संभावित वापसी की भी चर्चा जोर-शोर से हो रही है। पिछली बार, साल 2020 के विधानसभा चुनाव में कांग्रेस का प्रदर्शन बेहद खराब रहा था और पार्टी ने 5% से भी कम वोट हासिल किए थे। ऐसे में, 2025 के चुनाव कांग्रेस के लिए सर्वाइवल की लड़ाई बन गए हैं।
राहुल और प्रियंका पर केंद्रित है कांग्रेस का प्रचार अभियान
कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक, इस समय पार्टी उम्मीदवारों की सबसे ज्यादा मांग लोकसभा में नेता विपक्ष राहुल गांधी की है। वहीं, वायनाड लोकसभा सीट से सांसद बनीं प्रियंका गांधी वाड्रा के भी चुनाव प्रचार में सक्रिय होने की संभावना है। दिल्ली कांग्रेस और उम्मीदवारों द्वारा राहुल और प्रियंका की रैलियों और रोड शो के कार्यक्रम को अंतिम रूप दिया जा रहा है। इन दोनों नेताओं के दिल्ली में करीब एक दर्जन कार्यक्रम तय किए गए हैं, जिनमें सभाएं और रोड शो शामिल हैं।
नई दिल्ली सीट पर सबकी नजर
नई दिल्ली विधानसभा सीट इस बार सबसे हाई प्रोफाइल बन गई है। यहां से आम आदमी पार्टी के प्रमुख और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल उम्मीदवार हैं। कांग्रेस ने इस सीट से पूर्व मुख्यमंत्री शीला दीक्षित के बेटे और पूर्व सांसद संदीप दीक्षित को मैदान में उतारा है। शीला दीक्षित 2013 से पहले लगातार तीन बार इसी सीट से विधायक रह चुकी हैं। कांग्रेस इस सीट पर राहुल गांधी का रोड शो आयोजित करने की तैयारी कर रही है, जिसका रूट तय किया जा रहा है।
कांग्रेस का रणनीतिक रुख
कांग्रेस ने इस बार अपने प्रचार अभियान में घर-घर जनसंपर्क को प्राथमिकता दी है। पार्टी ने उम्मीदवारों को निर्देश दिया है कि वे घर-घर जाकर पांच प्रमुख वादों को प्रचारित करें। इन वादों को हैंड बिल और पोस्टरों के जरिए जनता तक पहुंचाने की योजना बनाई गई है।
राहुल गांधी ने सीलमपुर से की प्रचार की शुरुआत
राहुल गांधी ने पिछले हफ्ते सीलमपुर में पहली रैली कर चुनाव प्रचार की शुरुआत की। मुस्लिम बहुल इस इलाके में उन्होंने भाजपा के साथ-साथ आम आदमी पार्टी और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भी तीखे सवाल उठाए। कांग्रेस की योजना है कि राहुल गांधी आने वाले हफ्तों में उन इलाकों में प्रचार करें जहां पार्टी को रिवाइवल की उम्मीद है।
क्या कांग्रेस फिर से खाता खोल पाएगी?
2015 और 2020 के चुनाव में कांग्रेस एक भी सीट जीतने में असफल रही थी। इस बार पार्टी के सामने अपनी खोई हुई जमीन वापस पाने की चुनौती है। दिल्ली की सभी 70 विधानसभा सीटों पर चुनावी प्रचार तेज हो गया है।
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