अंधेरी रात, तेज़ चाल और गोलीबारी: लखनऊ में डकैत गिरोह का पर्दाफाश, 7 बदमाश गिरफ्तार

Sandesh Wahak Digital Desk: पुलिस कमिश्नरेट लखनऊ के जोन दक्षिणी की सर्विलांस सेल और थाना मोहनलालगंज, नगराम, निगोहां की संयुक्त टीम ने एक बड़े अन्तरजनपदीय डकैती और चोरी के गिरोह का भंडाफोड़ करते हुए 7 कुख्यात अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इन अपराधियों पर डकैती, हत्या, चोरी और गैंगस्टर एक्ट के तहत दर्जनों मुकदमे पहले से दर्ज थे।
मिली जानकारी के अनुसार गिरफ्तारी की यह कार्यवाही 13 अप्रैल से 15 अप्रैल 2025 के बीच की गई। पुलिस मुठभेड़ में दो अपराधियों के पैर में गोली लगने के बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया। इस कार्रवाई में जिन 7 अपराधियों को पकड़ा गया है, उनमें से 5 पर ₹25,000 का इनाम घोषित था।
अभियुक्तों के पास से भारी मात्रा में अवैध हथियार और चोरी का माल बरामद किया गया, जिसमें शामिल हैं:
- 4 अदद अवैध तमंचे (.315 बोर)
- 4 खोखा व 3 जिंदा कारतूस
- 3 मोटरसाइकिलें
- नकद ₹21,600
- लगभग ₹5 लाख मूल्य के सोने-चांदी के आभूषण
- लोहे की नुकीली आलानकब छड़
- पैन कार्ड, आधार कार्ड आदि
आपको बता दें कि दिनांक 25 मार्च 2025 को ग्राम भैदुआ, थाना मोहनलालगंज निवासी गंगाराम ने पुलिस को सूचना दी कि रात करीब 11:45 बजे घर की छत पर हलचल और गोली चलने की आवाज सुनाई दी। मौके पर पहुँचने पर देखा गया कि कुछ लोग एक व्यक्ति को घसीटकर ले जा रहे थे और छत पर खून फैला हुआ था।
पुलिस द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए चार टीमों का गठन किया गया। सर्विलांस और तकनीकी इनपुट के आधार पर गिरोह के प्रमुख सदस्यों की पहचान की गई और बाद में एक-एक कर उनकी गिरफ्तारी हुई। जांच में यह भी सामने आया कि गिरोह का एक सदस्य डकैती के दौरान गोली लगने से घायल हो गया था और उसकी मृत्यु हो गई थी। बाद में गिरोह ने साजिश के तहत शव को रेलवे ट्रैक पर फेंककर आत्महत्या का रूप देने की कोशिश की।
गिरोह के काम करने का तरीका (Modus Operandi)
पूछताछ में बता चला कि गिरोह के सदस्य वारदात से पहले रैकी करने एक-दो लोगों को गाँव भेजते थे। मोबाइल का प्रयोग नहीं करते थे। वारदात से पहले मोटरसाइकिल खेतों में छिपा देते और कपड़े उतारकर शरीर पर चिकना तेल लगाकर जाते थे ताकि आसानी से पकड़ में न आएं। हमेशा खेतों के रास्ते जाते थे ताकि CCTV से बच सकें। योजना बनाकर एन्ट्री और एग्ज़िट प्वाइंट तय करते थे। डकैती सिर्फ अंधेरी रात में करते थे।
गिरफ्तार अपराधी और उनका आपराधिक इतिहास
- रामचन्द्र उर्फ छोटू – 16 मुकदमे
- कमलेश – 35 मुकदमे
- बाबू राम – 11 मुकदमे
- झब्बू उर्फ सेठ – 18 मुकदमे
- अभिलाख लोनिया – 19 मुकदमे
- शिब्बू उर्फ विकास – 3 मुकदमे
- सतीश सोनी (ज्वैलर्स) – चोरी के जेवर खरीदने के आरोप में गिरफ्तार
गिरफ्तारी के दौरान मुठभेड़
पुलिस अधिकारी ने बताया कि 13 अप्रैल को कस्तूरबा के पास दो अपराधियों ने पुलिस पर फायरिंग की, जवाबी कार्रवाई में दोनों घायल हुए। 14 अप्रैल को नगराम रोड पर एक और मुठभेड़ में दो और अपराधी घायल हुए, जबकि दो अन्य को गिरफ्तार किया गया। बाकी फरार अपराधियों की तलाश जारी है।
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