Cyclone Dana: दाना तूफान की रफ्तार हुई कम, भुवनेश्वर और कोलकाता एयरपोर्ट से हवाई सेवाएं शुरू

Cyclone Dana: ओडिशा में भीषण चक्रवाती तूफान ‘दाना’ के तटीय क्षेत्र से टकराने की प्रक्रिया बीते रात को शुरू हो गई है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के अधिकारियों ने बताया कि इस प्रक्रिया अभी जारी रहने की संभावना है।

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दरअसल, तटीय जिलों भद्रक, केंद्रपाड़ा, बालासोर और निकटवर्ती जगतसिंहपुर जिले में हवा का वेग अचानक बढ़ गया, जिसकी रफ्तार 100 किलोमीटर प्रति घंटे से 110 किलोमीटर प्रति घंटे तक पहुंच गई और चक्रवात के प्रभाव से बहुत भारी बारिश हुई।

राजस्व विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि विशेष राहत आयुक्त के कार्यालय में भी पेड़ों के उखड़ने की खबरें मिली हैं। अधिकारी ने बताया कि अब तक किसी बड़े नुकसान या किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है। हालांकि, चक्रवात के पहुंचने की प्रक्रिया एक घंटे से अधिक समय पहले ही शुरू हो गई थी।

IMD के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि तूफान पिछले छह घंटों में 15 किलोमीटर प्रति घंटे के वेग से उत्तर-उत्तर पश्चिम की दिशा में बढ़ा और फिर केंद्रपाड़ा जिले के भीतरकनिका और भद्रक के धामरा के बीच पहुंचा। हवा की गति करीब 110 किलोमीटर प्रति घंटे थी।

भुवनेश्वर स्थित क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक उमाशंकर दास ने बताया, ‘‘इसकी शुरुआत चक्रवाती परिसंचरण के कारण बने बाहरी बादल के आवरण के प्रवेश के साथ हुई। प्रक्रिया शुक्रवार सुबह तक जारी रहेगी।’’ उन्होंने बताया, ‘‘यह प्रणाली पारादीप स्थित डॉपलर मौसम रडार की सतत निगरानी में है।’’

तूफान से निपटने के लिए सरकार ने बना ली तैयारी– सीएम मोहन चरण माझी

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इससे पहले दिन में मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने आसन्न तूफान से निपटने के लिए ओडिशा सरकार की तैयारियों के बारे में जानकारी ली है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य ने तटीय जिलों के निचले इलाकों में स्थित उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों से लगभग 5.84 लाख लोगों को पहले ही निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया है।

इस बीच, आईएमडी के महानिदेशक मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि जिस क्षेत्र से तूफान आया है, वहां शुक्रवार सुबह तक लगभग 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलीं। उन्होंने कहा कि तूफान के प्रभाव से समुद्र में उठने वाले ज्वार के कारण लहरें भी तेज हो गई हैं।

केंद्रपाड़ा, बालासोर और भद्रक जिलों में खगोलीय ऊंचाई से दो मीटर ऊपर तक लहरें उठ सकती हैं। उन्होंने कहा कि यह प्रक्रिया पांच से छह घंटे चलेगी।

महापात्रा ने कहा कि यह प्रणाली बनी रहेगी और शुक्रवार को भीषण चक्रवाती तूफान धीरे-धीरे कमजोर पड़ गया है। और राज्य में आगे की दिशा में बढ़ जाएगा।

चक्रवात के कारण अधिकांश स्थानों पर भारी बारिश होगी। मौसम विभाग ने यह भी बताया कि 25 अक्टूबर तक अधिकांश स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा और कुछ स्थानों पर भारी से बहुत भारी वर्षा होगी।

बालासोर, मयूरभंज, भद्रक, केंद्रपाड़ा, जगतसिंहपुर क्योंझर, जाजपुर, कटक और ढेंकनाल, खुर्दा और पुरी जिले के अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा (21 सेंटीमीटर से अधिक) होने की संभावना है।

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