यूपी पुलिस की साइबर पाठशाला: ‘TRAI’ के नाम से आने वाले मैसेज और कॉल से रहें सावधान
Sandesh Wahak Digital Desk: उत्तर प्रदेश पुलिस की साइबर सुरक्षा इकाई ने जनता को एक नई साइबर पाठशाला के माध्यम से इंटरनेट सुरक्षा के प्रति जागरूक करने का अभियान शुरू किया है। इस अभियान का मुख्य उद्देश्य लोगों को ऑनलाइन फ्रॉड और साइबर क्राइम के विभिन्न रूपों के प्रति सचेत करना है, जिसमें हाल ही में बढ़ते फर्जी मैसेज और कॉल का भी उल्लेख किया गया है।
‘TRAI’ के नाम पर हो रहे फर्जी मैसेज और कॉल
साइबर पाठशाला ने खासकर ‘TRAI’ (टेलीकॉम रेगुलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया) के नाम से आ रहे फर्जी मैसेज और कॉल के बारे में चेतावनी दी है। ये फर्जी कॉल और मैसेज लोगों को झांसा देकर उनकी निजी जानकारी, जैसे- बैंक डिटेल्स, पासवर्ड, ओटीपी आदि प्राप्त करने का प्रयास करते हैं। पुलिस ने बताया कि ये ठग TRAI के नाम पर विभिन्न योजनाओं, ऑफर्स या नंबर वैरिफिकेशन के नाम पर धोखाधड़ी करते हैं।
यूपी पुलिस की सलाह
यूपी पुलिस ने लोगों से आग्रह किया है कि वे ऐसे किसी भी संदिग्ध मैसेज या कॉल से सतर्क रहें और किसी अज्ञात व्यक्ति के साथ अपनी निजी जानकारी साझा न करें। पुलिस ने सुझाव दिया है कि यदि कोई संदेहास्पद कॉल या मैसेज प्राप्त हो, तो उसे तुरंत साइबर हेल्पलाइन पर रिपोर्ट करें।
साइबर पाठशाला से बढ़ी जागरूकता
यूपी पुलिस की इस नई पहल का उद्देश्य साइबर क्राइम के मामलों को कम करना और लोगों में साइबर सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाना है। साइबर पाठशाला में साइबर फ्रॉड के विभिन्न तरीकों की जानकारी दी जाती है और उनसे बचने के उपाय भी बताए जाते हैं।
अगर अचानक से कोई आपको कॉल करके यह कहे कि “TRAI ने आपका नेटवर्क डिस्कनेक्ट करने का निर्णय लिया है,” तो सतर्क हो जाएं। TRAI किसी भी प्रकार का सत्यापन, लिंक डिसकनेक्शन या अवैध गतिविधियों की रिपोर्ट के लिए कोई भी मैसेज या कॉल नहीं भेजता है।
TRAI के नाम से आने वाले किसी भी कॉल या संदेश को संदेहास्पद मानें। इस तरह का कॉल या मैसेज आने पर अपने मोबाइल सेवा प्रदाता की कस्टमर केयर से इसकी पुष्टि करें। साथ ही, इसकी सूचना संचार साथी पोर्टल पर भारतीय दूरसंचार विभाग और गृह मंत्रालय के साइबर क्राइम पोर्टल पर दें।
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