50,000 रुपये के इनामी अपराधी 18 साल बाद महाराष्ट्र के ठाणे से गिरफ्तार
Sandesh Wahak Digital Desk: उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने 18 वर्षों से फरार 50,000 रुपये के इनामी अपराधी सतीश उर्फ अजीत को महाराष्ट्र के ठाणे से गिरफ्तार कर बड़ी सफलता हासिल की। अभियुक्त सतीश भदोही और वाराणसी में गंभीर आपराधिक मामलों में वांछित था।
25 नवंबर को मुखबिर से सूचना मिली कि अभियुक्त सतीश महाराष्ट्र थाना क्षेत्र वागले इस्टेट थाणे में कहीं छिपकर रह रहा है। जिसके बाद एसटीएफ की टीम ने ठाणे के वागले एस्टेट क्षेत्र में “श्री विल्टेक यूनिट नं. 702, यूनाइटेड बिजनेस पार्क” से शाम 6.30 बजे अभियुक्त को धर दबोचा।
सतीश उर्फ अजीत, मूलतः उन्नाव जिले का निवासी है। वह 2006 में भदोही स्थित भारतीय स्टेट बैंक में लूटपाट और 2007 में वाराणसी में अपहरण जैसी गंभीर घटनाओं में शामिल था। पुलिस से बचने के लिए अजीत ने अपना नाम बदलकर ‘सतीश तिवारी’ रख लिया था और सतना से लेकर मुंबई तक छिपकर रहा।
भदोही और वाराणसी पुलिस की संयुक्त टीमों ने अभियुक्त की तलाश में खुफिया जानकारी एकत्रित की। मुखबिर की सूचना पर एसटीएफ वाराणसी इकाई ने महाराष्ट्र जाकर अभियुक्त को गिरफ्तार किया।
पूछताछ में सतीश ने अपने आपराधिक इतिहास और पुलिस से बचने के लिए बदले गए ठिकानों का खुलासा किया। उसने यह भी बताया कि उसके कई साथी पुलिस मुठभेड़ में मारे जा चुके हैं। गिरफ्तारी के बाद अभियुक्त को ठाणे कोर्ट में पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर उत्तर प्रदेश लाया जाएगा।
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