Meerut : मेरठ नगर निगम में भ्रष्टाचार का खेल, डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत लेते दो कर्मचारी गिरफ्तार

Meerut Crime News : एंटी करप्शन टीम ने हाउस टैक्स कम करने के नाम पर डेढ़ लाख रुपए रिश्वत लेते हुए मेरठ नगर निगम (Meerut Municipal Corporation) के दो कर्मचारियों को गिरफ्तार कर लिया। आरोपितों के खिलाफ देहली गेट थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया है। जहां पर पुलिस उनसे पूछताछ कर रही है।

ईव्ज चौराहा स्थित हरिलोक बिल्डिंग में ज्येतिष केंद्र चलाने वाले व्यापारी नेता सुधांशु महाराज ने एंटी करप्शन विभाग में नगर निगम के कर्मचारियों की शिकायत की थी। उन्होंने बताया कि हरिलोक बिल्डिंग में उनकी दो दुकानों का हाउस टैक्स नगर निगम ने मनमानी करते हुए चार लाख रुपए भेज दिया। जब उन्होंने नगर निगम के हाउस टैक्स विभाग से संपर्क किया तो नगर निगम के आठ कर्मचारी उनकी दुकान पर आए।

एंटी करप्शन टीम ने कर्मचारियों को घूस लेते रंगेहाथ पकड़ा

कर्मचारियों ने दो लाख रुपए रिश्वत मांगते हुए कहा कि इसमें पचास हजार रुपए सरकारी खाते में हाउस टैक्स के जमा होंगे। बाकी डेढ़ लाख रुपए लेकर वार्षिक हाउस टैक्स (Annual House Tax) पचास हजार रुपए कर दिया जाएगा। इसके बाद सुधांशु महाराज ने पचास हजार रुपए दे दिए और फिर एंटी करप्शन विभाग में शिकायत की। इसके बाद एंटी करप्शन टीम ने अपना जाल बिठाया और सोमवार को नगर निगम पहुंच गई।

टीम ने नगर निगम (Meerut Municipal Corporation) के कर्मचारी दीपक सतवाई तथा राहुल गौतम को डेढ़ लाख रुपए रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। इसके बाद आरोपितों को देहली गेट थाने लाया गया और उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया। देहली गेट पुलिस आरोपितों से पूछताछ में जुटी है।

वहीं शिकायत करने वाले सुधांशु महाराज ने प्रदेश के मुख्यमंत्री से सरकारी विभागों में भ्रष्टाचार बंद कराने और आरोपितों को कड़ी सजा देने की मांग की है। उन्होंने बताया कि ठेकेदार देवव्रत तोमर ने शिकायत की थी कि इन अधिकारियों ने उनसे दो लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। उन्होंने बताया कि सतर्कता टीम ने इनके कार्यालय पर दबिश देकर एक लाख रुपये रिश्वत लेते हुए इन्हें रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।

उन्होंने बताया कि इन अधिकारियों ने सड़क मरम्मत के काम का ठेका देने के लिए दो लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी जिसमें पहली किस्त में एक लाख रुपये देने को कहा था। पुलिस ने आरोपी नीरज सिंह और अजय कुमार के खिलाफ भ्रष्टाचार रोधी अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया है। वहीं इस घटना के बादे से क्षेत्र में हडक़ंप मच गया है।

Also Read: UP Ground Breaking Ceremony: बहराइच में 2548.74 करोड़ का निवेश, 75 निवेशकों को मिला प्रमाण पत्र

Get real time updates directly on you device, subscribe now.