‘…ब्राह्मणों को सरकार बदलना आता है’, सपा कार्यालय के बाहर फिर लगा विवादित पोस्टर

Sandesh Wahak Digital Desk: यूपी में 2027 विधानसभा चुनाव की सरगर्मियां धीरे-धीरे तेज होती जा रही है। इसी कड़ी में राजनीतिक दलों के बीच पोस्टर वॉर भी अपने चरम पर है। शनिवार को सपा के लखनऊ स्थित मुख्यालय के बाहर एक और विवादित पोस्टर लगाए जाने से प्रदेश की सियासत में हलचल तेज हो गई है। यह पोस्टर प्रदेश की योगी सरकार के खिलाफ ब्राह्मण समुदाय को लामबंद करने की कोशिश के तौर पर देखा जा रहा है।
सपा मुख्यालय के बाहर लगे पोस्टर में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव और पूर्व सांसद कुशल तिवारी की तस्वीरें लगी हैं, साथ ही एक विवादित नारा भी लिखा गया है।
“मठाधीश को हाता नहीं भाता है, ब्राह्मणों को सरकार बदलना आता है।”
इस पोस्टर को समाजवादी पार्टी के महराजगंज जिले के नेता अमित चौबे द्वारा लगवाया गया है। इसमें साफ तौर से योगी सरकार पर निशाना साधते हुए ब्राह्मण समुदाय की राजनीतिक भूमिका को उजागर करने की कोशिश की गई है।
पहले भी लगे हैं विवादित पोस्टर
आपको बता दें कि इससे पहले भी 8 अप्रैल को अमेठी के सपा कार्यकर्ता जयसिंह प्रताप यादव द्वारा एक पोस्टर लगवाया गया था, जिसमें योगी सरकार की बुलडोज़र नीति की आलोचना की गई थी। पोस्टर में एक ओर बुलडोजर से डरकर किताबें लेकर भागती एक बच्ची की तस्वीर थी, जबकि दूसरी ओर अखिलेश यादव द्वारा उसी बच्ची को बैग देते हुए दिखाया गया था। पोस्टर में अखिलेश को “रक्षक” और योगी सरकार की नीति को “भक्षक” बताया गया था।
तो वहीं दूसरी ओर लगातार सामने आ रहे इन पोस्टर्स को लेकर अब विपक्षी दलों में बयानबाज़ी तेज़ हो गई है, वहीं सत्तारूढ़ भाजपा ने समाजवादी पार्टी पर जातिगत राजनीति और सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने का आरोप लगाया है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि इन पोस्टर्स के ज़रिए सपा आगामी विधानसभा चुनाव में ब्राह्मण वोट बैंक को अपनी ओर आकर्षित करने की रणनीति अपना रही है।
फिलहाल समाजवादी पार्टी की ओर से इस नए पोस्टर पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन यह साफ है कि यह पोस्टर वॉर आने वाले दिनों में और तेज़ होने वाला है।