अमेरिका में विवादित अबॉर्शन पिल का इस्तेमाल रहेगा जारी, सुप्रीम कोर्ट ने लगाई फैसले पर रोक
ताजा खबर अमेरिका से है, जहां फिलहाल अबॉर्शन (Abortion) की दवा पर बैन नहीं लगेगा। सुप्रीम कोर्ट ने शनिवार को अबॉर्शन की दवा- मिफेप्रिस्टोन टैबलेट पर प्रतिबंध लगाने वाले हाई कोर्ट के फैसले पर रोक लगा दी। कोर्ट ने आगे कहा है कि जब तक ये मामला चल रहा है तब तक लोग मिफेप्रिस्टोन टैबलेट का इस्तेमाल कर सकते हैं।
इसके पहले टेक्सास कोर्ट ने मिफेप्रिस्टोन टैबलेट पर देशव्यापी प्रतिबंध लगाने का आदेश किया था। जिस पर कोर्ट ने कहा था कि इसका इस्तेमाल जन्म लेने से पहले ही बच्चे की हत्या करने के लिए किया जा रहा है, इसके बाद दवा बनाने वाली कंपनी ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया था।
दूसरी ओर इस पूरे मामले में पॉलिटिकल एंगल भी है, जहां टेक्सास कोर्ट के जज मैथ्यू काक्समरीक को पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने नियुक्त किया था। ट्रम्प कई बार अबॉर्शन (Abortion) राइट्स के खिलाफ बयान दे चुके हैं। वहीं द गार्डियन की रिपोर्ट के मुताबिक, जज मैथ्यू भी महिलाओं के अबॉर्शन करवाने के खिलाफ हैं।
इसलिए अलाइंस डिफेंडिंग फ्रीडम (ADF) ने ये केस टेक्सास कोर्ट में दर्ज करवाया। जज ने अबॉर्शन की दवा पर प्रतिबंध लगाने का फैसला दे दिया। इसके साथ ही प्रेग्नेंसी के सात हफ्ते पहले तक ही इस दवा के इस्तेमाल को मंजूरी दी गयी है। अभी तक ये लिमिट 10 हफ्तों की थी यानी महिलाएं प्रेग्नेंसी के 10 हफ्तों के बीच इस दवा को ले सकती थीं।
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