महाकुंभ में भगदड़ पर कांग्रेस ने योगी सरकार पर उठाए सवाल, इनको ठहराया जिम्मेदार

Sandesh Wahak Digital Desk: कांग्रेस ने महाकुंभ में भगदड़ को लेकर बुधवार को राज्य की योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा और कहा कि इस घटना के लिए कुप्रबंधन, वीआईपी मूवमेंट और आधी अधूरी व्यवस्था जिम्मेदार है। मुख्य विपक्षी दल ने यह भी कहा कि इस आयोजन की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जगह किसी बेहतर प्रशासक को सौंपी जानी चाहिए।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा महाकुंभ के दौरान, तीर्थराज संगम के तट पर हुई भगदड़ से कई लोगों की जान गई है और अनेकों लोगों के घायल होने का समाचार बेहद हृदयविदारक है। उन्होंने कहा श्रद्धालुओं के परिजनों के प्रति हमारी गहरी संवेदनाएँ और घायलों की शीघ्रातिशीघ्र स्वास्थ्य लाभ की हम कामना करते हैं।

करोड़ों रुपए खर्च करने के बावजूद ऐसी व्यवस्था होना निंदनीय

खरगे ने दावा किया कि आधी अधूरी व्यवस्था, वीआईपी मूवमेंट, प्रबंधन से ज़्यादा स्व-प्रचार पर ध्यान देना और बदइंतज़ामी इसके लिए ज़िम्मेदार है। कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा हज़ारों करोड़ रुपए खर्च करने के बावजूद ऐसी व्यवस्था होना निंदनीय है। उन्होंने यह भी कहा अभी कई महत्वपूर्ण शाही स्नान बचे हैं। केंद्र और राज्य सरकारों को अब चेत जाना चाहिए, और व्यवस्था को सुधारना चाहिए ताकि आगे ऐसी अप्रिय घटनाएँ न हों।

मल्लिकार्जुन खरगे के अनुसार, श्रद्धालुओं के ठहरने, भोजन, प्राथमिक चिकित्सा और मूवमेंट आदि की व्यवस्था में विस्तार करना चाहिए और वीआईपी मूवमेंट पर लगाम लगानी चाहिए। उन्होंने कहा कि यही हमारे साधु संत भी चाहते हैं।

उन्होंने कहा कांग्रेस के हमारे कार्यकर्ताओं से अनुरोध है कि पीड़ितों को हर संभव मदद करें। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि प्रयागराज महाकुंभ में भगदड़ के कारण कई लोगों के मौत और कईयों के घायल होने की ख़बर अत्यंत दुखद है। उन्होंने कहा शोकाकुल परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदनाएं व्यक्त करता हूं और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की आशा करता हूं।

लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि इस दुखद घटना के लिए कुप्रबंधन, बदइंतजामी और आम श्रद्धालुओं की जगह वीआईपी मूवमेंट पर प्रशासन का विशेष ध्यान होना ज़िम्मेदार है।

श्रद्धालुओं की जरूरतों की पूर्ति के लिए बेहतर इंतजाम

राहुल गांधी ने कहा अभी महाकुंभ का काफी समय बचा हुआ है, कई और महास्नान होने हैं। आज जैसी दुखद घटना आगे न हो, इसके लिए सरकार को व्यवस्था में सुधार करना चाहिए। वीआईपी संस्कृति पर लगाम लगनी चाहिए और सरकार को आम श्रद्धालुओं की जरूरतों की पूर्ति के लिए बेहतर इंतजाम करने चाहिए। उन्होंने कहा कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं से अनुरोध करता हूं कि पीड़ित परिवारों की मदद करें। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी घटना पर दुख जताया। उन्होंने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा ईश्वर दिवंगत आत्माओं को शांति प्रदान करें। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। मैं घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करती हूं।

उन्होंने अपने व्हाट्सएप चैनल पर एक पोस्ट में कहा कि कुंभ क्षेत्र में आने वाले श्रद्धालु लगातार भीषण अव्यवस्था की शिकायत कर रहे थे, लेकिन कोई ध्यान नहीं दिया गया और प्रशासनिक लापरवाही बरती गई।

प्रियंका गांधी ने सरकार से घायलों को हवाई एंबुलेंस से अस्पताल पहुंचाने और उनके तत्काल इलाज की व्यवस्था करने की अपील की। उन्होंने कहा मृतकों की पहचान कर उन्हें शव उनके परिजनों के पास भेजा जाना चाहिए और श्रद्धालुओं की सुविधा को सर्वोपरि रखते हुए तत्काल व्यवस्था की जानी चाहिए। श्रद्धालुओं से अनुरोध है कि वे धैर्य और शांति के साथ स्नान करें। उन्होंने कहा मां गंगा सभी की रक्षा करें।

कांग्रेस के मीडिया विभाग के प्रमुख पवन खेड़ा ने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया जिस तरह की भीड़ और आधी अधूरी व्यवस्था थी उससे इस तरह की दुर्घटना की आशंका बनी हुई थी। उन्होंने कहा अभी कई महास्नान बचे हुए हैं। ऐसे में आवश्यक है कि वहां अतिरिक्त सुरक्षा बल भेजे जाएं और योगी आदित्यनाथ की जगह मेले को संचालित करने की जिम्मेदारी किसी अन्य बेहतर प्रशासक को देकर वीवीआईपी की आवाजाही बंद की जाए।

संगम पर अवरोधक टूटने के बाद कुछ लोग घायल

मेले के लिए विशेष कार्य अधिकारी आकांक्षा राणा ने कहा संगम पर अवरोधक टूटने के बाद कुछ लोग घायल हुए हैं और उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। हमें अभी तक घायलों की सही संख्या नहीं पता है।

मौनी अमावस्या पर अमृत स्नान महाकुंभ का सर्वाधिक महत्वपूर्ण आयोजन होता है और इसमें करीब दस करोड़ लोगों के गंगा में डुबकी लगाने की संभावना है। इस वर्ष, 144 वर्षों के बाद ‘त्रिवेणी योग’ नामक एक दुर्लभ खगोलीय संयोग बन रहा है, जो इस दिन के आध्यात्मिक महत्व को और बढ़ा रहा है।

आधी रात के बाद लगभग दो बजे कुंभ मेला क्षेत्र में लाउडस्पीकर से गूंजते मंत्रों और श्लोकों के निरंतर उच्चारण के बीच भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न होने के बाद संगम की ओर दौड़ती एम्बुलेंस और पुलिस वाहनों के तेज सायरन की आवाजें गूंज उठीं। घायलों को मेला क्षेत्र में बने केंद्रीय अस्पताल में ले जाया गया। कई घायलों के रिश्तेदार भी वहां पहुंचे, साथ ही कुछ वरिष्ठ प्रशासनिक और पुलिस अधिकारी भी वहां पहुंचे।

त्रिवेणी संगम – गंगा, यमुना और सरस्वती का संगम – हिंदुओं द्वारा सबसे पवित्र माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि महाकुंभ के दौरान और विशेषकर मौनी अमावस्या जैसी विशेष स्नान तिथियों पर इसमें डुबकी लगाने से लोगों के पाप धुल जाते हैं और उन्हें मोक्ष मिलता है।

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