IPL में तंबाकू और शराब के विज्ञापनों पर पूरी तरह से रोक : स्वास्थ्य मंत्रालय

Sandesh Wahak Digital Desk : स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) ने इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) से साफ तौर पर कहा है कि इस सीजन में किसी भी तरह के तंबाकू और शराब के प्रचार पर पूरी तरह से रोक लगाई जाए, चाहे वे सीधे विज्ञापन हों या अप्रत्यक्ष (सरोगेट) विज्ञापन। यह निर्देश 22 मार्च से शुरू हो रहे टूर्नामेंट के लिए दिया गया है।
स्वास्थ्य सेवा महानिदेशक अतुल गोयल ने IPL चेयरमैन अरुण धूमल को पत्र लिखकर कहा कि क्रिकेट खिलाड़ी युवाओं के आदर्श होते हैं, इसलिए उन्हें किसी भी तरह से तंबाकू या शराब के प्रचार से नहीं जोड़ा जाना चाहिए।
उन्होंने लिखा, “IPL को सख्ती से इस नियम का पालन करना चाहिए कि स्टेडियम में, खेल से जुड़े किसी भी आयोजन में, और नेशनल टेलीविजन पर प्रसारण के दौरान तंबाकू और शराब के किसी भी प्रकार के विज्ञापन नहीं होने चाहिए।”
इसके अलावा, उन्होंने यह भी कहा कि स्टेडियम और खेल से जुड़े किसी भी कार्यक्रम या सुविधाओं में तंबाकू और शराब उत्पादों की बिक्री पूरी तरह से प्रतिबंधित होनी चाहिए।
पत्र में यह भी कहा गया कि खिलाड़ियों, कमेंटेटरों या किसी भी ऐसे व्यक्ति को बढ़ावा नहीं देना चाहिए जो प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से इन उत्पादों से जुड़े हों।
IPL विज्ञापनदाताओं की पहली पसंद, लेकिन स्वास्थ्य प्राथमिकता
IPL के दौरान करोड़ों भारतीय टेलीविजन से जुड़े रहते हैं, जिससे यह विज्ञापनदाताओं के लिए बड़ा मंच बन जाता है। लेकिन मंत्रालय ने इस पर चिंता जताई है।
डॉ. गोयल ने कहा, “भारत में गैर-संचारी रोग (NCDs) जैसे हृदय रोग, कैंसर, फेफड़ों की बीमारियां, मधुमेह और हाई ब्लड प्रेशर तेजी से बढ़ रहे हैं और ये हर साल 70% से अधिक मौतों का कारण बनते हैं।”
उन्होंने यह भी बताया कि भारत में तंबाकू के कारण हर साल लगभग 14 लाख लोगों की जान जाती है, जबकि शराब का सेवन सबसे अधिक इस्तेमाल किया जाने वाला नशा बन चुका है।
क्रिकेट खिलाड़ियों की सामाजिक जिम्मेदारी
डॉ. गोयल ने कहा कि क्रिकेट खिलाड़ियों को एक स्वस्थ और सक्रिय जीवनशैली को बढ़ावा देने की जिम्मेदारी लेनी चाहिए।
“IPL देश का सबसे बड़ा खेल मंच है और इसकी सामाजिक एवं नैतिक जिम्मेदारी बनती है कि यह जन स्वास्थ्य को बढ़ावा दे और सरकार की स्वास्थ्य पहलों का समर्थन करे,” उन्होंने कहा।