कम्युनिस्ट नेता अतुल कुमार अंजान का लखनऊ में निधन, कैंसर से थे पीड़ित
Atul Anjan Passed Away : भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (सीपीआई) के महासचिव अतुल कुमार अंजान का लंबे समय से कैंसर से जूझने के बाद 69 वर्ष की आयु में शुक्रवार को निधन हो गया। पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के अनुसार, अतुल कुमार अंजान ने सुबह 3.45 बजे अंतिम सांस ली। वह लखनऊ के मेयो अस्पताल में प्रोस्टेट कैंसर से जूझ रहे थे। 69 वर्षीय अतुल स्वास्थ्य संबंधी बीमारियों के कारण पिछले एक महीने से लखनऊ के एक अस्पताल में भर्ती थे।
अतुल अंजान का राजनैतिक सफर
अतुल अंजान ने छात्र राजनीति में भी सक्रिय भूमिका निभाई। अतुल अंजान ने 1977 में लखनऊ विश्वविद्यालय छात्र संघ के अध्यक्ष का पदभार ग्रहण करके अपनी राजनीतिक यात्रा शुरू की। अंजान का जन्म स्वतंत्रता सेनानी डॉ. एपी सिंह के घर हुआ था चार बार लखनऊ विश्वविद्यालय छात्र संघ अध्यक्ष के रूप में कार्य किया।
उन्हें 20 साल की उम्र में नेशनल कॉलेज छात्र संघ के अध्यक्ष के रूप में चुना गया था। उन्हें वामपंथियों के बीच एक महत्वपूर्ण चेहरा माना जाता था। अतुल अंजान उत्तर प्रदेश में उल्लेखनीय पुलिस-पीएसी विद्रोह में एक प्रमुख व्यक्ति थे। अपने राजनीतिक सफर के दौरान उन्होंने चार साल और नौ महीने जेल में बिताए।
किसान नेता के रूप में किया काम
अतुल अंजान अखिल भारतीय किसान सभा के महासचिव भी रहे। किसानों और श्रमिकों के हितों के प्रति उनकी दृढ़ प्रतिबद्धता ने जीवन के सभी क्षेत्रों के लोगों से व्यापक प्रशंसा और सम्मान जीता। वह अपनी वक्तृत्व कला के लिए जाने जाते थे और उन्होंने राजनीति में एक अलग मुकाम हासिल किया था।