बाढ़ को लेकर CM केजरीवाल ने बुलाई इमरजेंसी बैठक, लगी धारा 144

Sandesh Wahak Digital Desk: दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में आई मूसलाधार बारिश ने बाढ़ की स्थिति पैदा कर दी है. देश की राजधानी दिल्ली में बारिश ने पिछले 45 सालों का रिकॉर्ड तोड़ दिया है. यमुना नदी ने अब खतरनाक रूप अख्तियार कर लिया है. राज्य में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है. दिल्ली में बुधवार को यमुना का जलस्तर 207.55 मीटर तक पहुंच गया है. जोकि अब तक का सर्वाधिक जलस्तर है. इससे पहले 1978 में दिल्ली में बाढ़ आई थी. जिसके कारण जानमाल का बहुत नुकसान हुआ था.

इमरजेंसी बैठक के बीच लगी धारा 144

दिल्ली में आज एक बार फिर से उसी तरह का माहौल बना हुआ है. बारिश की वजह से कई रिहायशी इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है. बारिश का पानी रिंग रोड तक जा पहुंचा है. बारिश की वजह से इस बिगड़ते हालात को देखकर दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने एक इमरजेंसी बैठक बुलाई है. जबकि दिल्ली पुलिस ने बाढ़ प्रभावित इलाकों से लोगों दूर रखने के लिए धारा 144 लागू कर दिया है.

एक अधिकारिक सूचना के अनुसार, जैतपुर इलाके में कई जगहों पर बाढ़ का पानी लोगों के घरों में घुस गया है. खड्डा कॉलोनी, विश्वकर्मा कॉलोनी एवं उसके आसपास के इलाकों में बाढ़ का पानी जा पहुंचा है. बाढ़ का पानी जिन इलाकों में आया है वे सभी तटबंध के अंदर स्थित हैं और तटबंध इन इलाकों की रक्षा नहीं कर सकता है. हालांकि तटबंध में अभी तक कहीं कोई दरार नहीं आई है.

केंद्रीय जल आयोग के बाढ़ निगरानी पोर्टल के अनुसार, बुधवार सुबह 8 बजे तक यमुना का जलस्तर बढ़कर 207.55 तक जा पहुंचा है. इसके बाद भी लगातार जलस्तर में इजाफा हो रहा है. जलस्तर बढ़ने का यह सिलसिला पिछले 3 दिनों से लगाता जारी है. यमुना का जलस्तर सोमवार की रात को ही खतरे के निशान 206 मीटर को पार कर चुका है. जिससे बाढ़ संभावित इलाकों में रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है. साथ ही सड़क एवं रेल यातायात के लिए पुराने रेलवे पुल को भी बंद कर दिया गया है.

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