ऑनलाइन गेम की आड़ में बच्चों का होता था ब्रेनवॉश, सामने आई पूरी कहानी साजिश
इस मामले में गाजियाबाद पुलिस का कहना है कि उनके पास कॉल आई और गुजरात से दावा किया गया कि यहां पर एक ग्रुप मास कन्वर्जन करा रहा है।
Sandesh Wahak Digital Desk: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से सटे उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में ऑनलाइन गेम की आड़ में धर्म परिवर्तन का खुलासा होने से हड़कंप मच गया। पुलिस ने इस मामले में गाजियाबाद में ही एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पुलिस की माने तो आरोपी अब्दुल ने खुलासा किया है कि वो गैर मुस्लिम लड़कों को धर्म के बारे में जानकारी देता था। सूत्रों के अनुसार पुलिस पूछताछ में व्यक्ति (मौलवी) ने नाबालिग लड़कों के रेडिकलाइजेशन की बात कबूल की है।
पुलिस पूछताछ में अब्दुल ने बताया कि उसकी जान पहचान एक साल पहले इलाके के दो नाबालिग लड़कों से हुई थी। वो दोनों नाबालिग लड़कों को उनके धर्म के बारे में उकसा रहा था। दोनों नाबालिग लड़के अब्दुल की बातों से प्रभावित हो गए और नमाज पढ़ने जाने लगे। अब्दुल ने बताया कि एक लड़के के परिवार को जब इसकी जानकारी मिली तो वो पुलिस के पास गए। अब्दुल को लगा कि वो पकड़ा ना जाए इसलिए उसने अपने मोबाइल से सभी चैट डिलीट कर दी।
इस मामले में गाजियाबाद पुलिस का कहना है कि उनके पास कॉल आई और गुजरात से दावा किया गया कि यहां पर एक ग्रुप मास कन्वर्जन करा रहा है। पुलिस के मुताबिक उस शख्स ने कुछ इनपुट भी उपलब्ध कराया है, जिसमें फोटो और कुछ लोगों की जानकारी है। बहरहाल गाजियाबाद पुलिस इस क्लेम की पुष्टि कर रही है।
जानें पूरा मामला
जिस अब्दुल रहमान उर्फ नन्नी को पुलिस ने गिरफ्तार किया है, उसने कविनगर के 17 साल के बच्चे का ऑनलाइन गेम के जरिये जाल में फंसाकर धर्म परिवर्तन करा दिया था। ऑनलाइन गेम के जरिये धर्म परिवर्तन की साजिश के दो किरदार थे। पहला अब्दुल रहमान जो गाजियाबाद का है। दूसरी था ठाणे का शाहनवाज मकसूद।शाहनवाज मकसूद बद्दो नाम से फर्जी आईडी के जरिये ऑनलाइन गेम पर मौजूद था।
पुलिस के शिकंजे में आया अब्दुल रहमान काफी शातिर है। इसका एक जैनी बच्चे और दो हिंदू बच्चों के धर्म परिवर्तन में रोल सामने आ चुका है। ये खेल तब खुला जब एक हिंदू परिवार ने अपने बच्चे के धर्म परिवर्तन की शिकायत की। बच्चा जिम जाने के बहाने नमाज पढ़ने पहुंच जाता था। घर पर कहने लगा कि नमाज पढ़ना बेहतर है। बच्चे की बातें सुनकर परिवार वाले पुलिस के पास पहुंचे, फिर पुलिस मौलवी तक। अब इस मौलवी अब्दुल रहमान की पूरी कुंडली सेंट्रल एजेंसियां भी खंगाल रही है।
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