दूसरे को बैठा पास की जेल वार्डर परीक्षा, चयन के बाद खुला फर्जीवाड़ा
Sandesh Wahak Digital Desk : जेल वार्डर परीक्षा में शामिल हुए अभ्यर्थी के खिलाफ धोखाधड़ी की रिपोर्ट दर्ज की गई है। आरोप है कि लिखित, फिजिकल और मेडिकल परीक्षण पूर्ण होने व चयन सूची में नाम आने के बाद अभ्यर्थी की फोटो में भिन्नता पाई गई।
भर्ती बोर्ड के एएसपी ने हुसैनगंज कोतवाली में दर्ज कराया मुकदमा
अभ्यार्थी को फिरोजाबाद में पत्र भेज पांच बार बुलाया गया, लेकिन वह हाजिर नहीं हुआ। बल्कि शपथ पत्र देकर नियुक्ति नहीं चाहने की बात कही। जिसके बाद यूपी पुलिस भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड के अनुसचिव एएसपी आलोक कुमार जायसवाल ने हुसैनगंज में मुकदमा दर्ज कराया है।
उत्तर प्रदेश कारागार प्रशासन एवं सुधार सेवा के लिए वर्ष 2022 में भर्तियां खोली गई। जिसमें फिरोजाबाद जसराना निवासी साहिब सिंह शामिल हुआ। लिखित, फिजिकल और मेडिकल परीक्षण पूर्ण होने के बाद चयन सूची में जेल वार्डर के पद पर साहिब सिंह का नाम आ गया।
भर्ती एवं प्रोन्नति बोर्ड की तरफ से चयनित अभ्यर्थियों की सूची महानिदेशक कारागार प्रशासन एवं सुधार सेवाएं को भेजी गई। जिसके बाद साहिब सिंह नाम के अभ्यर्थी की फोटो में भिन्नता होने की बात सामने आई।
डीआईजी कारागर की तरफ से पत्र भेज कर भर्ती बोर्ड को सूचना दी गई। साथ ही चयनित साहिब सिंह को दस्तावेज और नवीन फोटो के साथ पेश होने के लिए कहा गया। 11 अप्रैल से आठ जून के मध्य पांच बार पत्र भेजा गया। पर, साहिब सिंह बोर्ड के समक्ष हाजिर नहीं हुआ।
फोटो में भिन्नता देख फिरोजाबाद के अभ्यार्थी को दस्तावेज संग बुलाया गया
यही नहीं एसपी फिरोजाबाद ने 10 मई को बोर्ड को पत्र भेजकर बताया कि अभ्यार्थी साहिब सिंह ने जांच अधिकारी उपनिरीक्षक इंद्रजीत सिंह को शपथ पत्र दिया कि वह जेल वार्डर के पद पर नियुक्ति नहीं चाहता है। फोटो में भिन्नता और अभ्यर्थी के हाजिर नहीं होने से शक गहरा गया। जिसके बाद बोर्ड ने आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने का निर्णय लिया।
निर्देश पर भर्ती बोर्ड के एएसपी आलोक कुमार जायसवाल ने हुसैनगंज कोतवाली में साहिब सिंह व एक अज्ञात के खिलाफ जाली दस्तावेज के आधार पर धोखाधडी की रिपोर्ट दर्ज कर ली है। इंस्पेक्टर जितेंद्र सिंह ने बताया कि मुकदमे की जांच की जा रही है।
Also Read : मुजफ्फरनगर में हादसा: ट्रक की टक्कर से तीन कांवड़ियों की मौत, 12 अन्य…