Career Tips: इन विषयों के साथ 12वीं हैं पास, तो जीआइएस में बनाएं कॅरियर
कई बार हम अपने आसपास क्षेत्रों के नक्शे देखते हैं, उसमें स्पष्ट तौर पर एक-एक चीज जैसे मकान पेड़-पौधे, सड़कें आदि दर्शाए जाते हैं।
Sandesh Wahak Digital Desk: कई बार हम अपने आसपास क्षेत्रों के नक्शे देखते हैं, उसमें स्पष्ट तौर पर एक-एक चीज जैसे मकान पेड़-पौधे, सड़कें आदि दर्शाए जाते हैं। दरअसल, ये पूरा काम जिओग्राफिकल इंफॉर्मेशन सिस्टम यानी जीआइएस की मदद से किया जाता है। यह धरती की सतह पर स्थिति चीजों से संबंधित डेटा को कैप्चर करने, स्टोर करने, जांचने और प्रदर्शित करने के लिए एक कंप्यूटर सिस्टम है।
जो अभ्यर्थी जीआइएस कोर्स करना चाहते है। वे, 12वीं में आर्ट्स, जियोग्राफी या फिजिक्स के साथ पढ़ाई करने के बाद बीएससी, बीए, बीटेक या बीई इन जियोग्राफी, जिओलॉजी आदि से ग्रेजुएशन कर सकते हैं। जीआइएस का इस्तेमाल डेवलपमेंट अथॉरिटी और डिजास्टर मैनेजमेंट जैसे विषयों में भी होता है।
इन विभागों में मिल सकती है नौकरी
- नेशनल रिमोट सेंसिंग एजेंसी
- इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गनाइजेशन
- स्पेस ऐप्लीकेशन सेंटर
- नेशनल इन्फॉर्मेटिक सेंटर
- नेचुरल रिसोर्स मैनेजमेंट
- अर्बन डेवलपमेंट अथॉरिटी
- इमरजेंसी मैनेजमेंट
जीआइएस के लिए देश के टॉप संस्थान
- इंडियन इंस्टीट्यूट रिमोट सेंसिंग, देहरादून,
- एमडीएस यूनिवर्सिटी अजमेर, राजस्थान,
- बिरला इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, रांची,
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, रुड़की
- इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, कानपुर
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