Budaun News : BJP विधायक हरीश शाक्य पर गैंगरेप का आरोप, भाई व भतीजे समेत 15 पर FIR
Budaun News : यूपी के बदायूं में बीजेपी विधायक हरीश शाक्य बुरी तरह फंस गए हैं। जहाँ वहां के एमपी एमएलए कोर्ट ने बीजेपी के बिल्सी विधायक हरीश शाक्य और उनके भाई व भतीजे समेत 15 लोगों के खिलाफ गैंगरेप और धोखाधड़ी के आरोप लगाए हैं। एमपी एमएलए कोर्ट ने इस मामले में इन सभी लोगों पर एफआईआर दर्ज करने की भी मांग की है।
बता दें कि भूमि विवाद से जुड़े एक मामले में अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट ने बुधवार को सुनवाई के दौरान पीड़िता के पति की याचिका पर यह आदेश जारी किया है। जानकारी के लिए बता दें कि कोर्ट ने सिविल लाइंस थाने को दस दिन के अंदर मामला दर्ज करके पूरे केस की निष्पक्ष जांच के आदेश दिए हैं।
मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो बदायूं के पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार सिंह ने इस मामले को लेकर कहा कि अभी तक कोर्ट की तरफ से उन्हें एफआईआर दर्ज करने की कोई भी कॉपी नहीं मिली है। उन्होंने आगे कहा कि जैसे ही अदालत की तरफ से एफआईआर दर्ज करने की आदेश कॉपी मिलेगी वो तुरंत कार्रवाई करनी शुरू कर देंगे।
बता दें कि मामले को लेकर याचिकाकर्ता ने अपनी याचिका में यह कहा है कि उसके पिता ने कुछ समय पहले सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के बुधबई गाँव में पूनम लॉन के पास एक जमीन खरीदी थी जिसे विधायक शाक्य भी खरीदना चाहते थे।
याचिका ने अनुसार उस जमीन की कीमत कुल 18 करोड़ रूपए है। लेकिन याचिकाकर्ता और विधायक के बीच यह सौदा 16.5 करोड़ में ही तय हुआ था। विधायक ने जमीन के लिखित समझौते के समय जमीन की कीमत का 40 प्रतिशत और बाकी पैसा बैनामा के समय देने की हामी भरी थी। जिसके बाद शाक्य ने एक लाख रूपए एडवांस दे दिए।
पुलिस ने उनके चचेरे भाई को उठा लिया
याचिकाकर्ता ने आगे अपनी याचिका में बताया कि कुछ दिन बाद विधायक और उनके गुर्गे बिना 40 प्रतिशत दिए बिना समझौता करने का दबाव बनाने लगे। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि जब समझौता नहीं होता तो पुलिस ने उनके चचेरे भाई को उठा लिया और प्रताड़ित भी किया। इन सब के अलावा याचिकाकर्ता ने यह भी आरोप लगाया कि विधायक और उनके साथियों ने उनकी पत्नी के साथ सामूहिक बलात्कार भी किया।
वहीं, बीजेपी विधायक शाक्य ने कहा कि उन्हें अदालत के आदेश के बारे में कोई जानकारी नहीं है. उन्होंने कहा- “अगर अदालत ने मामला दर्ज करने का आदेश दिया है, तो वह पुलिस के साथ सहयोग करने के लिए तैयार हैं।” विधायक ने कहा कि उन्हें न्यायपालिका पर पूरा भरोसा है।