Big Breaking: UP ATS की बड़ी कार्रवाई, कानपुर से 5 रोहिंग्या समेत 8 अरेस्ट
यूपी एटीएस (UP ATS) रविवार को काफी एक्टिव नजर आई। पीएफआई को लेकर एटीएस की छापेमारी चर्चा में रही, लेकिन देर रात तक एटीएस के खाते में एक और कामयाबी दर्ज हो गई।
Sandesh Wahak Digital Desk: यूपी एटीएस (UP ATS) रविवार को काफी एक्टिव नजर आई। पीएफआई को लेकर एटीएस की छापेमारी चर्चा में रही, लेकिन देर रात तक एटीएस के खाते में एक और कामयाबी दर्ज हो गई। दरअसल यूपी एटीएस ने 6 रोहिंग्या और 2 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए इन 8 लोगों में 4 महिलाएं भी शामिल हैं। गिरफ्तार किए गए 8 लोगों के पास से 5 आधार कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, आयुष्मान कार्ड, लेबर कार्ड, 2 UNHCR कार्ड भी मिले हैं।
यूपी एटीएस (UP ATS) ने इन आठों को कानपुर के झकरकटी बस अड्डे के पास से गिरफ्तार किया है। ये सभी बांग्लादेश की सीमा पार कर गए थे और दिल्ली से जम्मू भेजे जा रहे थे। गुवाहाटी से दिल्ली का ट्रेन टिकट भी बरामद किया गया। गिरफ्तार रोहिंग्या नागरिकों के पास से कुमारघाट से गुवाहाटी और गुवाहाटी से दिल्ली का ट्रेन टिकट भी बरामद किया गया है।
गिरफ्तार किए गए 8 आरोपी
- त्रिपुरा का सुबीर सबदकर
- जम्मू के सांबा का मोहम्मद जकारिया
- म्यांमार का मोहम्मद शोएब
- नूर मुस्तफा
- बांग्लादेशी नागरिक फरसा
- बांग्लादेशी नागरिक सबकुर नाहर
- बांग्लादेशी नागरिक नूर हबीबा
- बांग्लादेशी नागरिक राजिया
दरअसल, यूपी एटीएस ने रविवार को एक साथ कई शहरों में छापेमारी कर हड़कंप मचा दिया। मेरठ, मुरादाबाद, वाराणसी, आजमगढ़ समेत राजधानी लखनऊ में एटीएस ने एक साथ सर्च ऑपरेशन चलाकर बड़ी कार्रवाई की। एटीएस ने लखनऊ के विकास नगर से भी एक युवक को उठाया है। युवक को पकड़कर ले जाने का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है। इसके साथ ही एटीएस ने बीकेटी के अचरमऊ गांव में भी छापेमारी की। इस कार्रवाई में पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया (PFI) से जुड़े 2 लोगों को हिरासत में लिया गया है।
पीएफआई के कई मददगार सक्रिय
बताया जा रहा है कि पीएफआई पर प्रतिबंध लगने के बाद भी उसके कई मददगार सक्रिय थे। दो महीने की कड़ी मेहनत के बाद यूपी एटीएस ने पीएफआई के खिलाफ राज्य स्तरीय सर्च ऑपरेशन चलाया। यूपी एटीएस ने करीब 30 जिलों में एक साथ छापेमारी कर 50 से ज्यादा लोगों को हिरासत में लिया है। सभी से पूछताछ की जा रही है। पीएफआई पर प्रतिबंध लगने के बाद यूपी एटीएस को विदेशी फंडिंग के इनपुट मिले थे। प्रतिबंधित संगठन पीएफआई को फिर से सक्रिय करने की कोशिश के लिए इनपुट मिला था। यूपी एटीएस द्वारा फंड इकट्ठा करने और संगठन को जमीन पर सक्रिय करने के इनपुट से पूरे राज्य में यह सर्च ऑपरेशन चलाया गया था.
कौन हैं रोहिंग्या?
रोहिंग्या मुसलमानों का एक समुदाय है। म्यांमार के रखाइन प्रांत में रोहिंग्या मुसलमानों की एक बड़ी आबादी रहती है। मगर दशकों से म्यांमार में इन्हें भेदभाव और उत्पीड़न का शिकार होने पड़ रहा है। रोहिंग्या मुसलमान दावा करते हैं कि वे म्यांमार के मुस्लिमों के वंसज है।
Also Read: यूपी आवास एवं विकास परिषद समेत तीन कंपनियों पर 50 करोड़ का जुर्माना, जानिए मामला