मुरादाबाद बवाल पर बड़ा एक्शन, सात पुलिसकर्मी निलंबित, जांच के आदेश जारी

Sandesh Wahak Digital Desk: मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा के दलपत गांव में युवक की मौत के बाद शुक्रवार को हुए बवाल के बाद पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की गई है। इस मामले में थाना प्रभारी सुदेश पाल सिंह समेत सात पुलिसकर्मियों को निलंबित किया गया है। डीआईजी मुनिराज ने पूरे मामले की जांच के आदेश दिए हैं।

ठाकुरद्वारा कोतवाली क्षेत्र में अवैध खनन के शक में पुलिस के पीछा करने पर तरफ दलपत गांव निवासी लोकेश उर्फ मोनू (27) की ट्रैक्टर-ट्रॉली पलटने से मौत हो गई। घटना से नाराज ग्रामीणों और परिजनों ने पुलिसकर्मियों पर अवैध वसूली के लिए हत्या कर शव ट्रैक्टर के नीचे दबाने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया। ग्रामीणों ने हमला कर दिया। ग्रामीणों ने दो पुलिसकर्मियों और एक होमगार्ड की पिटाई कर उनकी वर्दी फाड़ दी।

मृतक के पिता की शिकायत पर चार पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज होने पर ग्रामीण शांत हुए। गौरतलब है कि पुलिसकर्मियों ने अफसरों को बिना सूचना दिए अवैध खनन की सूचना पर दबिश दी थी।  इस मामले की जांच में छह पुलिसकर्मियों की भूमिका संदिग्ध पाई गई, जबकि थाना प्रभारी सुदेशपाल सिंह की लापरवाही सामने आई है। एसएसपी सतपाल अंतिल ने थाना प्रभारी सुदेश पाल सिंह, दरोगा आकाश परमार, ऋषभ शर्मा, हेड कांस्टेबल नरेश लाटियान, अनीस, सिपाही अजीत सिंह और रविंद्र कुमार को निलंबित कर दिया है।

क्या था मामला?

दलपत गांव निवासी किसान धर्मपाल सिंह सैनी का बेटा लोकेश उर्फ मोनू गुरुवार देर रात दो बजे खेत पर काम करने के लिए ट्रैक्टर लेकर गया था। कुछ देर बाद धर्मपाल और उनके परिवार के लोग खेत पर पहुंचे तो वहां लोकेश नहीं मिला। धर्मपाल का आरोप है कि पुलिसकर्मियों ने बेटे पर अवैध खनन करने का आरोप लगाया और 20 हजार मांगे। पैसे न देने पर जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद पुलिसकर्मियों ने लोकेश को पकड़ लिया उसकी हत्या कर दी। इसके बाद शव को ट्रैक्टर के पहिये के नीचे दबा दिया।

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