लखनऊ में फर्जी मार्कशीट रैकेट का भंडाफोड़, एसटीएफ ने तीन आरोपियों को दबोचा

Sandesh Wahak Digital Desk: उत्तर प्रदेश स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने फर्जी शैक्षणिक दस्तावेज तैयार करने वाले गिरोह के तीन सक्रिय सदस्यों को गिरफ्तार कर एक बड़े रैकेट का भंडाफोड़ किया है। यह गिरोह विभिन्न बोर्डों और विश्वविद्यालयों की नकली मार्कशीट, प्रमाण पत्र, रजिस्ट्रेशन एवं ट्रांसफर सर्टिफिकेट तैयार कर उन्हें असली की तरह दिखाने के लिए ऑनलाइन वेरीफिकेशन भी उपलब्ध कराता था। अभियुक्तों की गिरफ्तारी जय प्रकाश नारायण सर्वोदय विद्यालय, मोहान रोड, थाना पारा, लखनऊ के पास 20 मार्च 2025 को सुबह 03:50 बजे हुई।
गिरफ्तार अभियुक्तों का विवरण:
- अल्ताफ राजा (पुत्र मोहम्मद सईद) – लखनऊ निवासी, मूल निवासी बलरामपुर।
- कृष्ण कुमार श्रीवास्तव (पुत्र स्व. अवधेश प्रसाद श्रीवास्तव) – उम्र 55 वर्ष, निवासी आलमबाग, लखनऊ।
- लक्ष्य राठौर (पुत्र सुरेश राठौर) – निवासी फैजुल्लागंज, लखनऊ।
बरामदगी:
- 51 फर्जी मार्कशीट, प्रमाण पत्र, रजिस्ट्रेशन एवं ट्रांसफर सर्टिफिकेट।
- 1 लैपटॉप और चार्जर।
- 4 मोबाइल फोन।
- 4 फर्जी मुहरें।
- 1 हुंडई वेन्यू कार (यूपी 32 पीवी 3159)।
- 1 मोटर साइकिल (यूपी 32 ईडी 4635, होंडा सीबीजेड)।
एसटीएफ की जांच और कार्रवाई
एसटीएफ उत्तर प्रदेश को लगातार शिकायतें मिल रही थीं कि विभिन्न विश्वविद्यालयों और शैक्षिक संस्थानों की नकली मार्कशीट और प्रमाण पत्र तैयार किए जा रहे हैं। इस पर एसटीएफ की एक टीम को निरीक्षक अंजनी कुमार पाण्डेय के नेतृत्व में गठित किया गया।
जांच के दौरान, सूत्रों से सूचना मिली कि यह गिरोह लखनऊ के जय प्रकाश नारायण सर्वोदय विद्यालय के पास सक्रिय है। सूचना के आधार पर छापेमारी कर तीनों अभियुक्तों को गिरफ्तार किया गया। पूछताछ में खुलासा हुआ कि मुख्य आरोपी अल्ताफ राजा इससे पहले भी दिल्ली में नकली वेबसाइट बनाकर फर्जी मार्कशीट तैयार करने के मामले में गिरफ्तार हो चुका है।
गिरोह GoDaddy और BigRock जैसी वेबसाइट होस्टिंग सेवाओं का उपयोग कर नकली बोर्ड और यूनिवर्सिटी की वेबसाइट बनाता था। कुछ डोमेन नाम इस प्रकार हैं:
- bhsedelhi.org
- bhsenewdelhi.org
- bhsedelhiboard.net
- technoglobaluniversitymp.org
- dsosresults.co.in
- riosupresults.org
- bujhanshiresults.org
- bssbpatnaresults.co.in
- himalayanuniversityresults.com
- hsebdelhi.org
इन वेबसाइटों पर नकली मार्कशीट का डेटा अपलोड किया जाता था, जिससे कोई भी उम्मीदवार ऑनलाइन अपना रिजल्ट देखकर इसे असली मान लेता था।
फर्जी दस्तावेजों की दरें और डिलीवरी
गिरोह 15,000 से 20,000 रुपये लेकर नकली मार्कशीट और अन्य दस्तावेज तैयार करता था और कोरियर के माध्यम से लोगों तक पहुंचाता था। अब तक 2,000 से अधिक फर्जी दस्तावेज बनाए जा चुके हैं।
एसटीएफ से मिली जानकारी के अनुसार अल्ताफ राजा वर्ष 2017 में दिल्ली के थाना गीता कॉलोनी से और 2019 में चाणक्य पुरी थाना से इसी अपराध में गिरफ्तार हो चुका है। कृष्ण कुमार श्रीवास्तव वर्ष 2009 में थाना विकास नगर, लखनऊ से इसी अपराध में जेल जा चुका है।उसके खिलाफ धोखाधड़ी और गैंगस्टर एक्ट के तहत दो मामले पहले से दर्ज हैं।
फिलहाल गिरफ्तार अभियुक्तों के खिलाफ थाना पारा, लखनऊ में मु0अ0सं0 216/2025 के तहत धारा 318(4), 319(2), 336(3), 338, 340(2), 3(5) बीएनएस एवं धारा 66 डी आईटी एक्ट में मामला दर्ज किया गया है। एसटीएफ और स्थानीय पुलिस आगे की जांच कर रही है ताकि इस गिरोह से जुड़े अन्य लोगों का भी खुलासा किया जा सके।
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