BCCI Central Contract: …तो इस वजह से बच गया हार्दिक पांड्या का करियर! BCCI लेना चाहती थी बड़ा एक्शन
BCCI Central Contract: बीसीसीआई ने अपना सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट जारी कर खेल जगत में तहलका मचा दिया है. दरअसल, बुधवार को जारी हुई इस सूची दो बड़े नामों को जगह नहीं दी गई थी. जिसको लेकर चर्चा तेज़ हो गई थी.
दरअसल, सेन्ट्रल कॉन्ट्रैक्ट में टीम इंडिया के स्टार बल्लेबाज श्रेयस अय्यर और बांये हाथ के सलामी बल्लेबाज ईशान किशन को बाहर का रास्ता दिखा दिया है. ईशान किशन पिछले साल खेले गए वनडे विश्व कप में टीम इंडिया का हिस्सा रहे थे, लेकिन दिसम्बर के बाद से उन्होंने कोई भी इंटरनेशनल मुकाबला नहीं खेला है.
हालांकि, श्रेयस अय्यर साउथ अफ्रीका सीरीज के बाद से टीम इंडिया के साथ लगातार बने हुए थे. लेकिन उनकी एक गलती उन्हीं पर बुरी तरह से भारी पड़ गई. इसी कड़ी में इन दोनों को केन्द्रीय अनुबंध से बाहर करने के साथ-साथ टीम इंडिया के हरफनमौला खिलाड़ी हार्दिक पांड्या पर भी इसकी गाज गिरने वाली थी. लेकिन उनके द्वारा बीसीसीआई को दिए गए एक आश्वासन ने उन्हें अनुबंध में शामिल करने को मजबूर कर दिया.
हार्दिक पांड्या ने BCCI को दिया आश्वासन
टीम इंडिया के शानदार आलराउंडर हार्दिक पांड्या आधुनिक क्रिकेट में किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं. वह अपने बल्ले के साथ-साथ गेंद से भी विस्फोट करने में माहिर हैं. वह 2023 में खेले गए एकदिवसीय विश्व कप में टीम इंडिया का महत्वपूर्ण हिस्सा थे, लेकिन उन्हें टखने की चोट के कारण बीच टूर्नामेंट में पूरे विश्व कप से बाहर होना पड़ा था, जिसका नुकसान भारत को कुछ हद तक ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले गए फाइनल में हार के साथ भुगतना पड़ा.
बता दें कि हार्दिक नवंबर 2023 के बाद से लगातार टीम इंडिया से बाहर ही चल रहे हैं. और अपनी फिटनेस को साबित करने के लिए NCA में जमकर पसीना बहा रहे हैं.
इसी बीच ख़बरें थीं कि केंद्रीय अनुबंध से हार्दिक पांड्या की भी छुट्टी होने वाली थी. लेकिन उनके आश्वासन ने उन्हें राहत भरी सांस दी. दरअसल, इंडियन एक्सप्रेस की एक रिपोर्ट के मुताबिक, हार्दिक पांड्या से बीसीसीआई के अधिकारियों ने बातचीत की थी और हार्दिक ने उन्हें घरेलू क्रिकेट में वाइट बॉल क्रिकेट खेलने का आश्ववासन दिया था. वहीं उन्होंने यह भी कहा कि हार्दिक खुद को रेड बॉल क्रिकेट खेलने के लिए फिट महसूस नहीं कर रहे हैं.
बीसीसीआई के आधिकारी ने कहा कि हमने पांड्या के साथ चर्चा की है, जिन्हें उपलब्ध होने पर घरेलू वाइट बॉल टूर्नामेंट खेलने के लिए कहा गया है. इस स्तर पर, बीसीसीआई की मेडिकल टीम के आकलन के अनुसार, वह लाल बॉल से गेंदबाजी करने की स्थिति में नहीं हैं, इसलिए रणजी ट्रॉफी खेलना पांड्या के लिए मुश्किल है, लेकिन अगर भारत की कोई प्रतिबद्धता नहीं है तो उन्हें अन्य सफेद गेंद वाले टूर्नामेंट खेलना होंगे. यदि वह नहीं खेलते हैं, तो अनुबंध से बाहर कर दिए जाएंगे.
बता दें कि अय्यर और ईशान को सेन्ट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर करने पर पूर्व क्रिकेटर इरफान पठान ने इस फैसले का साथ दिया, लेकिन, इसी बीच उन्होंने इशारों ही इशारों में हार्दिक पांड्या को लेकर बीसीसीआई के इस फैसले को गलत साबित करने की कोशिश की. कई बड़े दिग्गज नाम इन दोनों खिलाड़ियों के बाहर होने से काफी ज्यादा नाराज नजर आ रहे हैं.