बहराइच सुरक्षित लोकसभा सीट : भाजपा का कमल लगाएगा हैट्रिक या दौड़ेगी सपा की साइकिल!
Sandesh Wahak Digital Desk/A.R. Usmani: देवीपाटन मंडल की बहराइच सुरक्षित लोकसभा सीट पर 1989 से लेकर 1996 तक बीजेपी जीतती रही, लेकिन 1998 के चुनाव के बाद से कभी किसी एक पार्टी ने अपना कब्जा नहीं जमाया। सपा इस सीट से सिर्फ 2004 में जीती है।
बहराइच लोकसभा सीट का इतिहास देखें तो यहां की जनता ने कांग्रेस, भाजपा, सपा और बसपा को बारी-बारी से मौका दिया है। 2014 और 2019 में जीत के बाद भाजपा इस बार के लोकसभा चुनाव में बहराइच सीट पर हैट्रिक लगाने की कोशिश में है, लेकिन उसे समाजवादी पार्टी के कैंडिडेट रमेश कुमार गौतम सीधी टक्कर दे रहे हैं।
2024 के लोकसभा चुनाव के लिए समाजवादी पार्टी ने बहराइच सुरक्षित सीट (Bahraich Reserved Lok Sabha Seat) पर पूर्व विधायक रमेश कुमार गौतम को चुनावी रण में उतारा है। रमेश गौतम पहले बसपा में थे। वर्ष 2020 में वह समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए। रमेश गोण्डा जि़ले के कटरा बाजार विधानसभा क्षेत्र के कैथौला ग्राम के रहने वाले हैं, लेकिन पिछले करीब 7 साल से बहराइच के मिहींपुरवा इलाके के दरोगा पुरवा में रहकर अपनी राजनीतिक ज़मीन तैयार करने की कोशिश कर रहे हैं।
1989 में बीएसपी में शामिल हुए थे रमेश
रमेश गौतम के पिता माता प्रसाद भी राजनीति में काफी सक्रिय थे। रमेश ने 1989 में बहुजन समाज पार्टी की सदस्यता ग्रहण की थी। 2007 में गोण्डा के डिक्सिर (अब तरबगंज) से पहली बार बीएसपी के टिकट पर चुनाव लड़े और जीत हासिल कर विधानसभा पहुंचे। उसके बाद 2012 और 2017 में बसपा के टिकट पर गोण्डा के मनकापुर सुरक्षित सीट से विधानसभा चुनाव लड़े, लेकिन उन्हें कामयाबी नहीं मिल सकी।
उन्होंने बसपा से ही 2019 में बलहा सुरक्षित (बहराइच) से भी किस्मत आज़माई, लेकिन पराजय का सामना करना पड़ा। साल 2020 में रमेश गौतम ने समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली और 2022 में सपा के टिकट पर एक बार फिर मनकापुर से चुनाव लड़े, लेकिन इस बार भी जीत नहीं मिल सकी। वहीं भारतीय जनता पार्टी ने मौजूदा सांसद अक्षयवर लाल गोंड के इकलौते बेटे डॉ. आनंद गोंड को कैंडिडेट बनाया है। डॉ आनंद बहराइच की कई सामाजिक संस्थाओं से भी जुड़े हैं।
पिछले लोकसभा चुनाव में इस सीट पर भाजपा के अक्षयवर लाल गोंड 5.25 लाख मत पाकर विजयी हुए थे, जबकि सपा-बसपा गठबंधन प्रत्याशी शब्बीर अहमद 3.96 वोट पाकर दूसरे स्थान पर रहे और कांग्रेस प्रत्याशी सावित्री बाई फुले 34,383 मतों के साथ तीसरे नंबर पर रहीं।
अक्षयवर लाल गोंड ने 1,28,669 वोटों के अंतर से जीत हासिल की थी। अब 2024 के चुनाव में इस सीट से सपा के रमेश गौतम व भाजपा के डॉ आनंद गोंड के बीच सीधी टक्कर होनी तय मानी जा रही है। वहीं, बसपा ने जिले के निवासी लखनऊ विश्वविद्यालय में असिस्टेंट प्रोफेसर ब्रजेश कुमार सोनकर को चुनावी रण में उतारा है। ऐसे में सबकी निगाहें हाथी की चाल पर भी गड़ गई हैं। जानकारों का कहना है कि यदि हाथी ने स्पीड पकड़ी तो इसका सीधा फायदा बीजेपी कैंडिडेट को मिल सकता है। सूत्रों के मुताबिक भाजपा व सपा के साथ ही बसपा की धमाकेदार एंट्री से चुनाव दिलचस्प मोड़ में जा सकता है।
मुस्लिम बाहुल्य है बहराइच सीट
बहराइच लोकसभा क्षेत्र में पांच विधानसभा क्षेत्र हैं, जिसमें बलहा सुरक्षित, नानपारा, मटेरा, महसी व बहराइच सदर शामिल हैं। बहराइच जिले में दो लोकसभा सीटें आती हैं। बहराइच और कैसरगंज। बहराइच एससी सीट है। यह मुस्लिम बाहुल्य इलाका है, जिसमें 35 फीसदी से अधिक मुसलमान रहते हैं। यहां 16 फीसदी दलित मतदाता हैं। पिछड़ी जाति की भी खासी आबादी है। यह ग्रामीण संसदीय क्षेत्र है, जहां साक्षरता दर करीब 48.04 प्रतिशत है। लोकसभा क्षेत्र में अनुसूचित जाति की आबादी 15.6 प्रतिशत के लगभग है।
अब तक हुए चुनाव के परिणाम
1952 (बहराइच ईस्ट) रफी अहमद किदवई (कांग्रेस), 1952 (बहराइच वेस्ट) जोगेंद्र सिंह (कांग्रेस), 1957-जोगेंद्र सिंह (कांग्रेस), 1962- कुंवर राम सिंह (स्वतंत्र), 1967-केके नैयर (जनसंघ),1971-बदलू राम (कांग्रेस),1980-मौलाना सैय्यद मुजफ्फर हुसैन (कांग्रेस),1984-आरिफ मोहम्मद खान (कांग्रेस),1989-आरिफ मोहम्मद खान (जनता दल),1991-रूद्रसेन चौधरी (भाजपा),1996-पदमसेन चौधरी (भाजपा),1998-आरिफ मोहम्मद खान (बहुजन समाज पार्टी),1999-पदमसेन चौधरी (भाजपा), 2004-रूवाब सईदा (सपा), 2009-कमल किशोर (कांग्रेस), 2014-साध्वी सावित्री बाई फुले (भाजपा), 2019-अक्षयवर लाल गोंड (भाजपा)।
चार विधानसभा सीटों पर भाजपा का कब्जा
बहराइच जिले में छह विधानसभा सीटें हैं। इसमें नानपारा, मोतीपुर, महसी, कैसरगंज बाढ़ प्रभावित क्षेत्र है। हर साल यहां हजारों परिवार बेघर होते हैं, जो चुनावी मुद्दे भी बनते रहे हैं, लेकिन आज तक इसका स्थाई समाधान नहीं हो सका। बहराइच सीट में बलहा, बहराइच सदर, महसी, नानपारा व मटेरा विधानसभा क्षेत्र आते हैं, जिनमें मटेरा में सपा को छोडक़र सभी पर भाजपा का कब्जा है।
Also Read : Lok Sabha Election 2024: आज झारखंड में दो चुनावी रैलियों को संबोधित…