Bahraich News: ADO और DPRO ने लूटी छात्रा की अस्मत! शौचालय के बदले चुकानी पड़ी बड़ी कीमत
Sandesh Wahak Digital Desk: यूपी के बहराइच जिले के हरदी थाना क्षेत्र से एक शर्मनाक खबर सामने आई है। यहां एक छात्रा को शौचालय के लिए आवेदन करना भारी पड़ गया। जिला पंचायत राज अधिकारी और सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) ने छात्रा के साथ रेप की वारदात को अंजाम दिया।
मिली जानकारी के अनुसार जिले के गरीब दलित परिवार की यह छात्रा एमए की पढ़ाई कर रही है। कई वर्ष पहले उसके पिता का निधन हो चुका है। घर की माली हालत ठीक न होने की वजह से छात्रा ने सरकारी मदद से शौचालय बनवाने के लिए आवेदन किया। जिसका फायदा जिला पंचायत राज अधिकारी और सहायक विकास अधिकारी (पंचायत) ने फायदा उठाया।
डीएम से छात्रा ने की शिकायत
ADO पंचायत शौचालय पास करवाने के बहाने छात्रा को DPRO के पास ले गया। जहां शौचालय पास करवाने के नाम पर डीपीआरओ ने अपने सरकारी आवास में छात्रा से रेप किया। इस घिनौने कृत्य का वीडियो भी बना लिया। इसके बाद एडीओ पंचायत ने छात्रा का रेप किया। बलात्कार का यह सिलसिला कई महीनों तक चलता रहा। जब छात्रा पूरी तरह से टूट गई तो उसने जिलाधिकारी मोनिका रानी से पूरी आपबीती बता दी।
जिलाधिकारी के समक्ष छात्रा ने बताया कि वह महसी तहसील के एक गांव की रहने वाली है, परास्नातक प्रथम वर्ष की छात्रा है। उसके पिता का कई माह पहले देहांत हो चुका है, और एक छोटा भाई है। जो 10 वर्ष का है। जिलाधिकारी से छात्रा ने कहा कि उसने शौचालय निर्माण के निए आवेदन किया था। उसके संबंध में सहायक विकास अधिकारी के पास विकास खंड कार्यालय गई थी और अपना शौचालय पास न होने की वजह पूछी। इस पर उन्होंने ने हमसे अगले दिन विकास भवन आने को कहा।
महोदय अगले दिन दिनांक 5 जुलाई 2024 को मै सुबह 11 बजे विकास भवन गई जहां एडीओ विकास भवन गेट से घुसते ही नीचे सीढ़ी के पास ही मिल गए। उन्होंने हमसे कहा कि डीपीआरओ साहब आज आफिस में नहीं बैठे हैं चलो आवास वाले आफिस में मिलवा देते हैं।
सरकारी आवास पर रेप की वारदात
इसके बाद एडीओ हमें पैदल ही विकास भवन के पीछे से एक छोटा गेट था। उसमें होते हुए हनुमान मंदिर के पास वाले रास्ते से एक सरकारी आवास पर ले गए। वहां आवास के अंदर मुझे मेज के सामने पड़ी एक कुर्सी पर बैठने को कहा गया। थोड़ी देर बाद एडीएओ मेरे पास आए और बोले कि साहब अंदर हैं। चली जाओ और अपनी सारी बात बता देना। साहब से अच्छे से बात करना खुश हो जाएंगे आपका सारा काम कर देंगे।
रेप के बाद दिए पांच हजार रूपये
छात्रा ने आगे बताया कि मैं अंदर गई तो डीपीआरओ साहब ने हमको कमरे में बैठने को कहा और चाय मंगवाई। हमसे हमारा नाम पता इत्यादि पूंछने के बहाने हमको छूने लगे। जब मैने इस पर आपत्ति जताई तो उन्होंने जबरन मेरे साथ शारिरीक संबंध बनाए। महोदय घंटों मेरे साथ बलात्कार करने बाद हमने कपड़े पहने को कहा गया। मै रो रही थी, हमारे मना करने पर भी 5 हजार रुपए हमारे बैग में डाल दिए और धमकाया गया कि शांत रहो। अगर बाहर किसी से चर्चा की तो नतीजा बहुत बुरा होगा। बोले की जहां बताओ वहां गाड़ी से छुड़वा दे, हमने कहा हम अपने आप चले जाएंगे। इसके बावजूद हमको टिकोरा मोड़ तक गाड़ी से छोड़ा गया। गाड़ी एडीओ पंचायत ही चला रहे थे। शिकायती पत्र में छात्रा ने कहा कि आरोपियों ने लोगों ने हमारा वीडियो भी बनाया था। जिसे हमें बाद में एडीओ सर ने दिखाया।
एडीओ ने दी छात्रा को धमकी
शिकायती पत्र में छात्रा ने कहा कि इस वीडियो को दिखाकर हमको बार-बार बुलाया कर रेप किया जाता रहा। मुझे इसके बाद 2 बार फिर उसी सरकारी आवास में डीपीआरओ साहब के पास आने के लिए मजबूर किया गया। 4-5 बार माधव रेती मोहल्ले में भाजपा कार्यालय के पीछे एक मकान में ले जाया गया। जहां एडीओ सर और एक अन्य किसी व्यक्ति द्वारा मेरे साथ रेप किया गया हैं। श्रीमान जी मेरी मानसिक स्थिति बहुत खराब है। एडीओ का कहना है कि तुम कहीं भी शिकायत करोगी वहां सब स्टाफ हमारे परिचित हैं, शिकायत पहुंचते ही हमको सूचना मिल जाएगी। फिर तुम्हारा तुम्हारे परिवार का जो हाल होगा सोच लेना।
छात्रा ने डीएम से कहा कि श्रीमान जी निवेदन है कि आप डीपीआरओ के काले कारनामे की सीबीआई से जांच करवाएं। इनके मोबाइल में मेरी जैसी अन्य लड़कियों की वीडियो मिल जाएगी। इनको कड़ी से कड़ी सजा दिलवाइए क्योंकि मेरा तो मरना तय है या तो ये लोग हमें मार देंगे नहीं तो मैं खुद आत्महत्या कर लूंगी। अगर कोई ऐसी घटना की सूचना भविष्य में मिलती है तो उसके पीछे यही कारण रहेगा। अगर बची रह गई तो आपके पास लखनऊ में मुख्यमंत्री जी के पास आकर बयान देने का प्रयास करूंगी।
जांच के लिए होगी जरूरी कार्रवाई- जिलाधिकारी
इस मामले में डीएम मोनिका रानी ने बताया कि डीपीआरओ पर लगे आरोपों की जांच के लिए चार सदस्यीय कमेटी का गठन किया गया है। जांच रिपोर्ट के आधार पर अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।
मामले में सफाई देते हुए डीपीआरओ ने कहा कि उनके ऊपर लगे रेप के आरोप पूरी तरह से गलत हैं। कार्यालय में तैनात एक लिपिक पर उनकी ओर से कार्रवाई की गई थी। इसके बाद से ही वह लगातार कार्यालय के दूसरे कर्मचारियों पर भी लगातार आरोप लगा रहे हैं। उन पर रेप जैसे गंभीर मामले में बिना वजह के बदनाम करने की कोशिश की गई है। इस पर कानूनी कार्रवाई कराई जाएगी।
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