बागपत के रहने वाले आईपीएस ने मुख़्तार के खिलाफ छेड़ी थी जंग, ऐसे किया तबाह
मऊ के पूर्व विधायक माफिया मुख्तार अंसारी पर कार्रवाई की बात आती है तो मौजूदा समय में आजमगढ़ के पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य का नाम पूर्वांचल के लोगों की जुबान पर सबसे पहले आता है।
Sandesh Wahak Digital Desk: मऊ के पूर्व विधायक माफिया मुख्तार अंसारी पर कार्रवाई की बात आती है तो मौजूदा समय में आजमगढ़ के पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य का नाम पूर्वांचल के लोगों की जुबान पर सबसे पहले आता है। आईपीएस अनुराग आर्य ने 2019-20 में मऊ के पुलिस अधीक्षक के तौर पर मुख्तार अंसारी और उसके गिरोह के खिलाफ अभियान चलाकर ताबड़तोड़ कार्रवाई की थी।
वर्ष 2014 के बाद 2020 के जनवरी महीने में मुख्तार अंसारी के खिलाफ पूर्वांचल में पहली बार मऊ जिले के दक्षिणटोला थाने में मुकदमा दर्ज किया।आईपीएस अनुराग आर्य ने साल 2019 से 2020 तक मऊ में तैनाती के दौरान माफिया मुख्तार अंसारी के गैंग पर कड़ी कार्रवाई की। अवैध बूचड़़खाने चलाने वाले मुख्तार अंसारी गैंग के 26 लोगों के खिलाफ गैंगेस्टर की कार्रवाई की। साथ ही उसके शूटर अनुज कनौजिया का चिरैयाकोट क्षेत्र स्थित घर को बुलडोजर से ढहा दिया। इसके बाद पूरे पूर्वांचल में मुख्तार अंसारी और उसके गिरोह से जुड़े लोगों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की गई। अनुराग आर्य ने मुख्तार अंसारी की काली कमाई के स्रोतों पर प्रहार किया और उसके गुर्गों पर कड़ा एक्शन लिया।
बागपत के रहने वाले हैं आईपीएस अनुराग आर्य
2013 बैच के आईपीएस अनुराग आर्य मूल रूप से बागपत जिले के छपरौली के रहने वाले हैं। वाराणसी स्थित बीएचयू से बीएससी की पढ़ाई करने वाले अनुराग आर्य आजमगढ़ से पहले प्रतापगढ़, मऊ, बलरामपुर और अमेठी जिले के पुलिस अधीक्षक रह चुके हैं। उससे पहले अनुराग आर्य प्रशिक्षण अवधि के दौरान गाजियाबाद, वाराणसी और कानपुर जिले में तैनात रहे हैं।
RBI में कर चुके हैं काम
संघ लोक सेवा आयोग की सिविल सर्विसेज परीक्षा में चयनित होने से पहले आईपीएस अनुराग रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया में मैनेजर की पोस्ट के लिए सेलेक्ट हुए थे। आईपीएस अनुराग की स्कूलिंग देहरादून के इंडियन मिलिट्री स्कूल से हुई। घुड़सवारी, पर्वतारोहण और राफ्टिंग से आईपीएस अनुराग का लगाव जगजाहिर है।
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