शुगर कंट्रोल करने के आयुर्वेदिक तरीके, जानें कैसे कर सकते हैं डायबिटीज को मैनेज

Sandesh Wahak Digital Desk: आज के डिजिटल युग में जहां यंग जनरेशन हर सवाल का जवाब इंटरनेट पर ढूंढती है, वहीं कई लोग बीमारियों के इलाज के लिए भी ऑनलाइन जानकारी पर निर्भर होते हैं। डायबिटीज के मामलों में भी यह ट्रेंड देखा जा रहा है, जहां लोग पारंपरिक चिकित्सा की बजाय आयुर्वेद और योग के उपायों को अपनाने की ओर बढ़ रहे हैं।

भारत में 14 से 15 करोड़ लोग नियमित रूप से योग करते हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ सदर्न कैलिफोर्निया की एक स्टडी के मुताबिक, योग और ध्यान डायबिटीज़ के मरीजों के लिए उतना ही कारगर है जितना कि दवाइयां। रिसर्चर्स ने पाया कि केवल मेडिटेशन और योग करने वाले मरीजों में ब्लड शुगर का स्तर बहुत तेजी से कम हुआ।

डायबिटीज के लक्षण

– ज्यादा प्यास लगना
– बार-बार यूरिन आना
– बहुत भूख लगना
– वजन घटना
– चिड़चिड़ापन
– धुंधला दिखना

जानलेवा हाई शुगर के असर

– ब्रेन
– आंख
– हार्ट
– लिवर
– किडनी
– ज्वाइंट्स

नॉर्मल शुगर लेवल

– खाने से पहले: 100 mg/dl से कम
– खाने के बाद: 140 mg/dl से कम

प्री-डायबिटीज
– खाने से पहले: 100-125 mg/dl
– खाने के बाद: 140-199 mg/dl

डायबिटीज
– खाने से पहले: 125 mg/dl से ज्यादा
– खाने के बाद: 200 mg/dl से ज्यादा

चीनी की मात्रा
WHO की गाइडलाइन के अनुसार, एक दिन में 5 ग्राम से ज्यादा चीनी नहीं खानी चाहिए, यानी 1 चम्मच चीनी ही पर्याप्त है।

शुगर कंट्रोल के आयुर्वेदिक तरीके

1. खीरा-करेला-टमाटर का जूस: यह जूस शुगर लेवल को नियंत्रित करने में सहायक है।
2. गिलोय का काढ़ा: गिलोय का काढ़ा पीने से शुगर का स्तर नियंत्रित रहता है।
3. योग: मंडूकासन और योगमुद्रासन जैसे योगासन डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद हैं।
4. कपालभाति: प्रतिदिन 15 मिनट कपालभाति करने से ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित रहता है।

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