सर्वाइकल वैक्सीन के बारे में जागरूकता समय की मांग : डॉ. सौम्या गुप्ता
भारत में सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में होने वाला दूसरा सबसे बड़ा कैंसर
Sandesh Wahak Digital Desk: सर्वाइकल कैंसर महिला के गर्भाशय ग्रीवा में विकसित होता है। सर्वाइकल कैंसर के लगभग 99 पर्सेंट मामले हाई रिस्क वाले ह्यूमन पेपिलोमावायरस (HPV) के संक्रमण से जुड़े हुए होते हैं। जो यौन गतिविधियों के जरिए फैलने वाला एक वायरस है। एचपीवी वैक्सीन का इस्तेमाल करके इस कैंसर से काफी हद तक बचाव किया जा सकता है।
अजंता हॉस्पिटल एवं आईवीएफ सेंटर की स्त्री रोग और कैंसर विशेषज्ञ डॉ. सौम्या गुप्ता ने सेंट टेरेसा कॉलेज में स्कूली छात्राओं और शिक्षिकाओं को सर्वाइकल कैंसर के बारे में जागरूकता पर एक कार्यशाला को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि सर्वाइकल वैक्सीन के बारे में जागरूकता समय की मांग है।
भारत में सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में होने वाला दूसरा सबसे बड़ा कैंसर
डॉ. सौम्या ने बताया कि सर्वाइकल कैंसर का टीका यानी एचपीवी वैक्सीन मानव पेपिलोमा वायरस (HPV) से बचाता है। भारत में सर्वाइकल कैंसर महिलाओं में होने वाला दूसरा सबसे बड़ा कैंसर है। यह कैंसर से होने वाली मौतों में दूसरी सबसे बड़ी वजह भी। उन्होंने कहा कि व्यापक प्रचार के बावजूद सर्वाइकल कैंसर के टीके के बारे में जागरूकता का स्तर अभी भी शुरुआती चरण में है। हर महिला को इस बीमारी से बचाने के लिए इसे युद्ध स्तर पर लिया जाना चाहिए।
कार्याशाला में सेंट टेरेसा कॉलेज की 200 से अधिक छात्राओं और उनके अभिभावकों ने हिस्सा लिया। जिसमें उन्हें सर्वाइकल कैंसर की रोकथाम और इलाज के बारे में विस्तार से बताया गया। डॉ. सौम्या के मुताबिक सर्वाइकल कैंसर का टीका सुरक्षित है और WHO ने इसकी अनुशंसा की है।
उन्होंने मानसिक स्वच्छता के बारे में बहुमूल्य सुझाव भी दिए और उन चुनौतियों का सामना कैसे किया जाए। जिनका सामना हर लड़की को किशोरावस्था में करना पड़ता है। कार्याशाला में सेंट टेरेसा कॉलेज की प्रिंसिपल गीतिका कपूर और अजंता अस्पताल के सीजीएम केएस एबट भी उपस्थित रहे।
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