क्या अय्याश व भ्रष्ट अफसरों के हाथों में गिरवी रखी जा रहीं उत्तर प्रदेश की जेलें?

Sandesh Wahak Digital Desk: यूपी की जेलों को मानो कारागार महकमें के दागी अफसरों के हाथों में गिरवी रख दिया गया है। तभी इन अफसरों की साठगांठ से जेलों में हत्या की प्लानिंग से लेकर महिला कैदियों और विभागीय अफसरों के शोषण की खबरें सुर्खियां बटोर रही हैं।

जेलों से संगठित अपराधों को अंजाम देने की मानो बाढ़ आ गयी है। कारागार मुख्यालय में बैठे डीजी पीवी रामाशास्त्री तो मानो इन शिकायतों पर कुंडली मारकर बैठ जाते हैं। तभी वाराणसी जिला जेल की पीडि़त महिला डिप्टी जेलर को न्याय नहीं मिला। ये पहला प्रकरण नहीं है बल्कि ऐसे कई मामले सामने आ चुके हैं।

जिनमें मुख्यालय में बैठे बड़े अफसरों का रवैया बेहद निराशाजनक रहा है। जबकि खुद सीएम योगी के सख्त अंदाज ने कई डीजी जेल को निपटाने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ी। फिलहाल सुर्खियों में वाराणसी के जेल अधीक्षक उमेश सिंह हैं। जिनके ऊपर प्रताडऩा के गंभीर आरोप लगाने पर उलटे महिला डिप्टी जेलर मीना कनौजिया का नैनी जेल तबादला कर दिया गया। डिप्टी जेलर ने डीजी जेल पीवी रामशास्त्री से अभद्रता, बदसलूकी, जान से मारने की धमकी और शोषण जैसे गंभीर आरोपों की शिकायत पहले ही की थी। इसके बावजूद उमेश सिंह का बाल बांका तक नहीं बिगड़ा।
एटा जेलर पर भी पहले नहीं हुई थी कार्रवाई
इससे पहले एटा जेल के वार्डर हंसराज ने जेलर प्रदीप कुमार कश्यप के ऊपर मुस्लिम लड़कियों की डिमांड करने का आरोप लगाया था। लेकिन प्रदीप के ऊपर कार्रवाई की जगह हंसराज का ही तबादला हो गया।
इसके बाद एक महिला ने शादी का झांसा देकर अस्मत लूटने जैसे संगीन आरोप लगाकर जेलर के सरकारी आवास पर हाथापाई की। एक दिन पहले ही जेलर के ऊपर एफआईआर दर्ज हुई है।
शिकायत करने पर पीड़ितों का ही हो रहा तबादला डीजी भी लाचार
पीड़िता ने कहा था कि उसने डीजी जेल और डीआईजी जेल से फोन पर शिकायत की थी। बड़े अफसरों की जानकारी में मामला होने के बावजूद अय्याश जेलर पर शिकंजा नहीं कसा गया। बाद में फजीहत होने पर कार्रवाई का दम भरा गया। जिन जेलरों पर कार्रवाई होती भी है, उन्हें कुछ समय बाद निलंबन खत्म करके शासन सिर्फ परिनिन्दा प्रविष्टि से नवाज कर मानो इनाम देता है। प्रदेश में ऐसे कई दागी जेल अफसरों के मामले पहले भी सामने आ चुके हैं।
कांग्रेस का तबादले पर तंज : कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने तंज कसते हुए कहा है, महिला सशक्तिकरण के दावे झूठे हैं। राय ने प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र में शिकायतकर्ता महिला डिप्टी जेलर के ट्रांसफर और उत्पीडऩ को लेकर सरकार पर निशाना साधा है।
पीसीओ कांड : गाजीपुर जेल के निलंबित अफसरों की सम्पत्ति की जांच जरुरी
बंदी के फोन करने के मामले में गाजीपुर कारागार के जेलर राकेश वर्मा और डिप्टी जेलर सुखवती देवी को निलंबित किया गया है। जेल में मानो बंदियों के लिए पीसीओ चलाया जा रहा था। कारागार अधीक्षक अरुण प्रताप सिंह पर भी कार्रवाई होगी। गाजीपुर कारागार में सैकड़ों युवाओं से करोड़ों की ठगी के मामले में बंद विनोद गुप्ता की आडियो वायरल हुई थी, जिसमें वह गवाही न देने को लेकर सौदा कर रहा था। गाजीपुर जेल के अफसरों की सम्पत्तियों की जांच जरुरी है।
उमेश सिंह की जांच करेगी तीन सदस्यीय कमेटी
वाराणसी जेल के अधीक्षक डॉ. उमेश सिंह पर लगे आरोपों की जांच नैनी सेंट्रल जेल की वरिष्ठ अधीक्षिका अमिता दुबे करेंगी। तीन सदस्यीय जांच कमेटी एक सप्ताह में अपनी रिपोर्ट सौपेंगी।
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