पाकिस्तान के खिलाफ बलूचिस्तान में बवाल, हिंसा और आगजनी के बीच बलूच नेता का आह्वान – “घरों से बाहर निकलें लोग”

Sandesh Wahak Digital Desk: बलूचिस्तान में बलूच यकजेहती कमेटी (BYC) के प्रदर्शनकारियों पर पाकिस्तानी सुरक्षा बलों की हिंसा के बाद हालात बिगड़ते जा रहे हैं। क्वेटा में प्रदर्शन के दौरान पुलिस द्वारा की गई गोलीबारी में कई लोगों की मौत के बाद पूरे बलूचिस्तान में विरोध प्रदर्शन तेज हो गया है। तुर्बत समेत कई इलाकों में पूर्ण बंद और राष्ट्रव्यापी हड़ताल जारी है। प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तानी पुलिस और सेना के खिलाफ जमकर आगजनी और तोड़फोड़ की है।
क्वेटा में प्रदर्शनकारियों पर गोलीबारी, शवों को जबरन कब्जे में लिया
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस ने क्वेटा में मारे गए प्रदर्शनकारियों के शवों को जबरन कब्जे में ले लिया, जिससे जनता में और अधिक आक्रोश फैल गया। बलूच सॉलिडेरिटी कमेटी (BSC) ने इस बर्बरता के खिलाफ कलात बाजार में पूर्ण बंद का ऐलान किया है और क्वेटा-कलात राजमार्ग पर बड़े विरोध प्रदर्शन की घोषणा की है।
वीडियो फुटेज में दिखाया गया है कि पुलिस ने विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों को घसीटकर गिरफ्तार किया और कई महिलाओं के साथ भी बदसलूकी की। बलूच नेता डॉ. महरंग बलूच समेत कई कार्यकर्ताओं को अज्ञात स्थान पर ले जाया गया है, जिससे हिंसा और अधिक भड़क उठी है।
बलूच नेता का आह्वान – “लोग घरों से बाहर निकलें”
BYC की नेता डॉ. सबीहा बलूच ने कहा, “विधानसभा में बैठे लोग देशद्रोही हैं। वे ही देश को बेच रहे हैं। आज बलूचिस्तान भयंकर हिंसा का सामना कर रहा है, लेकिन ये नेता चुप बैठे हैं।” उन्होंने बलूच नागरिकों से अपील की कि वे अपने घरों से बाहर निकलें और पाकिस्तान के खिलाफ विरोध दर्ज कराएं।
बलूचिस्तान में जारी है संघर्ष
बलूच नेशनल मूवमेंट (BNM) ने कहा कि डॉ. महरंग बलूच को जबरन गायब किया जाना राज्य प्रायोजित आतंकवाद का सबसे बड़ा उदाहरण है। नसीराबाद में पुलिस फायरिंग और गिरफ्तारियों के विरोध में हाईवे जाम कर दिया गया है। हालात अब भी तनावपूर्ण बने हुए हैं और बलूचिस्तान में विरोध की लहर तेज होती जा रही है।
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