अमेरिका ने रूस को दिया कूटनीतिक बढ़त? यूक्रेन ने लगाया बड़ा आरोप

Sandesh Wahak Digital Desk: यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के सलाहकार मिखाइलो पोडोल्यक ने अमेरिका पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा है कि वॉशिंगटन अब यूक्रेन की लड़ाई में अपनी भूमिका से पीछे हट रहा है। उन्होंने दावा किया कि अमेरिका ने रूस को कूटनीतिक रूप से मजबूत कर दिया है और उसे शांति वार्ता में बढ़त दे दी है। यह बयान सऊदी अरब में अमेरिका और रूस के शीर्ष अधिकारियों के बीच हुई बैठक के बाद आया है, जिसमें यूक्रेन और उसके यूरोपीय सहयोगियों को शामिल नहीं किया गया था।
अमेरिका-रूस की गुप्त वार्ता पर सवाल
सऊदी अरब की राजधानी रियाद में हुई इस वार्ता को लेकर पोडोल्यक ने कड़ी आपत्ति जताई। उन्होंने कहा, “ऐसे देश को प्रभुत्व क्यों दिया जा रहा है, जो यूक्रेन पर हमला कर रहा है, अंतरराष्ट्रीय कानूनों का उल्लंघन कर रहा है और निर्दोष लोगों की जान ले रहा है?”
यूक्रेनी अधिकारी ने अमेरिका की नीति पर सवाल उठाते हुए कहा कि कीव को इस वार्ता की कोई जानकारी नहीं दी गई थी। उन्होंने आरोप लगाया कि “शांति स्थापित करने के लिए शक्ति का प्रयोग करने की अमेरिकी अवधारणा समझ से परे है।”
डोनाल्ड ट्रंप ने भी साधा जेलेंस्की पर निशाना
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी यूक्रेन को लेकर विवादित बयान दिया है। ट्रंप ने कहा कि युद्ध के लिए कीव भी जिम्मेदार है और राष्ट्रपति जेलेंस्की को जल्द से जल्द चुनाव कराना चाहिए। उन्होंने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर जेलेंस्की को “बिना चुनावों वाला तानाशाह” तक कह दिया।
गौरतलब है कि यूक्रेन के संविधान के अनुसार, युद्धकाल के दौरान चुनाव कराना संभव नहीं है। जेलेंस्की की सरकार का कहना है कि रूस के आक्रमण के चलते देश में चुनावी प्रक्रिया को स्थगित करना पड़ा।
यूक्रेन की रणनीतिक स्थिति कमजोर?
यदि अमेरिका यूक्रेन को कूटनीतिक वार्ता से बाहर रखता है, तो इसका सीधा फायदा रूस को होगा। यूक्रेन पहले ही पश्चिमी देशों से सैन्य और आर्थिक सहयोग में गिरावट को लेकर चिंता जता चुका है। अब यह देखना होगा कि अमेरिका के इस कदम के बाद यूक्रेन और रूस के बीच युद्ध की स्थिति किस ओर जाती है।
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