Jharkhand: आलमगीर आलम ने दिया मंत्री पद से इस्तीफा, जल्द हो सकता है मंत्रिमंडल का विस्तार
Sandesh Wahak Digital Desk: झारखंड सरकार में मंत्री आलमगीर आलम ने राज्य मंत्रिमंडल और कांग्रेस विधायक दल के नेता के पद से इस्तीफा दे दिया। आलम धन शोधन संबंधी एक मामले के सिलसिले में जेल में हैं।
पदाधिकारी ने कहा कि आलम ने रांची स्थित बिरसा मुंडा केंद्रीय कारागार से मुख्यमंत्री चंपई सोरेन को लिखे एक पत्र में राज्य मंत्रिमंडल में मंत्री के तौर पर अपना इस्तीफा सौंप दिया।
आलम ने कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे को लिखे अन्य पत्र में कहा कि मैं झारखंड में कांग्रेस विधायक दल के नेता पद से अपना इस्तीफा देता हूं। विधायक दल के नेता के रूप में कार्य करने का अवसर देने के लिए मैं पार्टी नेतृत्व का हमेशा आभारी रहूंगा।
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 15 मई को कांग्रेस नेता को धन शोधन के एक मामले में गिरफ्तार किया था। इससे कुछ दिन पहले ही उनके सहयोगी से जुड़े परिसरों से करीब 32 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की गई थी। राज्य में विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने पिछले सप्ताह आलम को चंपई सोरेन मंत्रिमंडल से हटाने की मांग की थी।
इस मामले में हुई कार्रवाई
बता दें कि मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जांच एजेंसी के अधिकारियों द्वारा पूछताछ के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 15 मई को आलमगीर आलम को गिरफ्तार कर लिया था। यह तब हुआ जब एजेंसी ने 6 मई को आलमगीर आलम के निजी सचिव संजीव लाल के घरेलू नौकर जहांगीर आलम के अपार्टमेंट पर छापा मारा था और 37 करोड़ रुपये से अधिक का कैश बरामद किया था। छापेमारी के बाद आलम और लाल दोनों को गिरफ्तार कर लिया गया था।
ईडी की छापेमारी झारखंड ग्रामीण विकास विभाग के पूर्व मुख्य अभियंता वीरेंद्र के राम के खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग मामले में चल रही जांच के सिलसिले में हुई थी, जिन्हें पिछले साल गिरफ्तार किया गया था। यह विभाग में कुछ योजनाओं के कार्यान्वयन में कथित अनियमितताओं से जुड़ा हुआ मामला था।
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