प्रयागराज में प्रदर्शनकारी छात्रों से मिलने आ रहे अखिलेश यादव! छात्र के दावे से बढ़ी सियासी हलचल
Sandesh Wahak Digital Desk: उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग के पीसीएस-प्री और RO-ARO की परीक्षा एक ही दिन कराए जाने को लेकर प्रतियोगी छात्र लगातार प्रयागराज में प्रदर्शन कर रहे हैं।
गुरुवार सुबह से ही पुलिस बैरिकेटिंग लगाकर घरनास्थल पर पहुंचे रहे छात्रों को रोकने की कोशिश की जा रही है। पुलिस ने धरनास्थल पर बैठे छात्रों को जबरन उठाने की कोशिश की है। इस बीच धरना दे रहे एक छात्र ने सपा चीफ अखिलेश यादव को लेकर बड़ा बयान दिया है।
एक न्यूज एजेंसी से बातचीत में श्रीकांत यादव नामक छात्र ने कहा था कि यहां किलाबंदी का मकसद यह है कि और छात्र न जमा हों। यहां कल (गुरुवार) अखिलेश यादव जी आने वाले हैं। इसके देखते हुए ये लोग देख रहे हैं कि और लोग न जमा हों। आपको बता दें कि अखिलेश यादव प्रयागराज जाएंगे या नहीं, इसको लेकर अभी कोई पुख्ता जानकारी सामने नहीं आई है।
नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया का विरोध
छात्रों का कहना है कि नॉर्मलाइजेशन प्रक्रिया उनके लिए अनुचित है। इससे उनकी मेहनत का सही मूल्यांकन नहीं हो पा रहा है। प्रदर्शन कर रहे छात्रों का आरोप है कि परीक्षा प्रणाली में किए गए बदलावों के कारण उनकी रैंकिंग और चयन पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।
उनका मानना है कि सभी अभ्यर्थियों के लिए एक ही दिन और एक ही शिफ्ट में परीक्षा आयोजित की जानी चाहिए। ताकि पारदर्शिता और निष्पक्षता बनी रहे। प्रतियोगी छात्रों का कहना है कि आयोग 7 और 8 दिसंबर को आरो-एआरओ की 411 पदों पर परीक्षा 41 जिलों में आयोजित कर रहा है। जबकि इसे सभी 75 जिलों में एक ही दिन एक शिफ्ट में आयोजित किया जाना चाहिए।
छात्रों की मांग है कि एक बार जब भर्ती प्रक्रिया शुरू हो जाती है, तो परीक्षा के नियमों में बदलाव नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले का हवाला देते हुए कहा कि किसी भी परीक्षा के नियमों में बदलाव केवल प्रक्रिया शुरू होने से पहले ही किया जा सकता है।
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