अखिलेश यादव, अवधेश प्रसाद और लालजी वर्मा…9 नए सांसद देंगे विधायकी से इस्तीफा, इन सीटों पर होना है उपचुनाव
Sandesh Wahak Digital Desk: यूपी की 9 विधानसभा और एक विधान परिषद सीट पर सबकी निगाहें टिकी हैं। इन सीटों से विधायक अब नए सांसद बन चुके हैं। एक-एक करके विधायकी से इस्तीफा देने जा रहे हैं। ऐसे में यूपी की नौ विधानसभा और एक विधान परिषद सीट पर आगामी छह महीने के अंदर उपचुनाव होना है।
यूपी की नौ विधानसभा सीटों पर चार पर सपा, तीन पर बीजेपी और 1-1 पर RLD-निषाद पार्टी के विधायक हैं। वहीं योगी सरकार में PWD मिनिस्टर जितिन प्रसाद विधान परिषद सदस्य हैं। जिन्हें बीजेपी ने इस बार पीलीभीत सीट से लोकसभा चुनाव लड़ाया।
उन्होंने सपा उम्मीदवार भगवत सरन गंगवार को 1 लाख 60 हजार 935 वोटों से हरा दिया। जितिन प्रसाद को पूर्व सांसद वरुण गांधी की जगह टिकट दिया गया था। हालांकि जितिन प्रसाद ने विधान परिषद से इस्तीफा दे दिया है। वह नई मोदी कैबिनेट में वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय में राज्य मंत्री और इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय में राज्य मंत्री की जिम्मेदारी मिली है।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव यूपी की मैनपुरी की करहल विधानसभा सीट से विधायक हैं। इस बार उन्होंने कन्नौज से लोकसभा चुनाव जीता है। अब अखिलेश केंद्र की राजनीति में नजर आएंगे। इसके चलते वह विधायकी छोड़ रहे हैं। इसी के साथ अब संसद में अखिलेश यादव-डिंपल यादव की जोड़ी नजर आएगी। डिंपल यादव मैनपुरी से चुनाव जीती हैं।
सपा के अवधेश प्रसाद (मिल्कीपुर विधानसभा सीट)
फैजाबाद की मिल्कीपुर विधानसभा सीट से सपा विधायक अवधेश प्रसाद को पार्टी ने इस बार लोकसभा चुनाव में उतारा। जहां उन्होंने बीजेपी प्रत्याशी को हराया। फैजाबाद वही लोकसभा सीट है, जिसके अंतर्गत अय़ोध्या विधानसभा भी आती है। 9 बार के विधायक अवधेश प्रसाद अब सांसद पहुंचने पर विधायकी से इस्तीफा देंगे। यानी मिल्कीपुर विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव होगा।
सपा के लालजी वर्मा (कटेहरी विधानसभा सीट)
अम्बेडकर नगर की कटहेरी विधानसभा सीट से विधायक लालजी वर्मा ने लोकसभा चुनाव में बड़ी जीत दर्ज की है।
सपा के जिया उर रहमान बर्क (कुंदरकी विधानसभा सीट)
मुरादाबाद की कुंदरकी विधानसभा सीट से MLA जियाउर रहमान बर्क को समाजवादी पार्टी ने इस बार संभल सीट से लोकसभा चुनाव जीत दर्ज की। जिया उर रहमान पूर्व सांसद शफीकुर रहमान बर्क के पोते है। सांसद बनने के बाद अब वह विधायकी से इस्तीफा देंगे।
भाजपा के अनूप वाल्मीकि प्रधान (खैर विधानसभा सीट)
अलीगढ़ की खैर विधानसभा सीट से MLA अनूप वाल्मीकी प्रधान को BJP ने इस बार हाथरस लोकसभा सीट से करीब डेढ़ लाख वोटों के बड़े अंतर से जीत दर्ज की। अब सांसद बनने के बाद वह विधायकी से इस्तीफा देंगे।
भाजपा के अतुल गर्ग (गाजियाबाद विधानसभा सीट)
गाजियाबाद सदर विधानसभा सीट से MLA अतुल गर्ग को BJP ने लोकसभा चुनाव में उतारा था। वह पिछली योगी पिछली सरकार में स्वास्थ्य मंत्री थे। बीजेपी ने उन्हें इस बार गाजियाबाद के निवर्तमान सांसद वीके सिंह का टिकट काट कर उम्मीदवार बनाया था। सांसद बनने के बाद अब गर्ग विधायकी से इस्तीफा देंगे।
भाजपा के प्रवीण पटेल (फूलपुर विधानसभा सीट)
प्रयागराज जनपद की फूलपुर विधानसभा सीट से BJP MLA प्रवीण पटेल इस बार लोकसभा चुनाव लड़े और बड़ी जीत दर्ज की। फूलपुर लोकसभा सीट से प्रवीण पटेल ने सपा के उम्मीदवार अमर नाथ सिंह मौर्य को कड़े मुकाबले के बाद महज चार हजार 332 वोटों से हराया। अब सांसद बनने के बाद पटेल विधायकी से इस्तीफा देंगे।
RLD के चंदन चौहान (मीरापुर विधानसभा सीट)
मीरापुर विधानसभा सीट से MLA चंदन चौहान ने इस बार RLA की तरफ से बिजनौर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा। इस सीट पर BJP-RLD अलायंस में चुनाव लड़ा और जीते। अब सांसद बनने के बाद चंदन चौहान विधायके से इस्तीफा देंगे।
निषाद पार्टी के विनोद कुमार बिंद (मझवा विधानसभा सीट)
मिर्जापुर की मझवा विधानसभा सीट से MLA विनोद कुमार बिंद ने BJP के टिकट पर भदोही लोकसभा सीट से चुनाव लड़ा। उन्होंने यहां TMC के उम्मीदवार ललितेशपति त्रिपाठी को हराया है। ललितेश सपा-कांग्रेस गठबंधन के उम्मीदवार थे। भदोही लोकसभा सीट से बीजेपी के विनोद कुमार बिंद ने 44 हजार 746 वोटों से जीत दर्ज की। अब सांसद बनने के बाद वह विधायकी से इस्तीफा देंगे। इसके बाद मझवा विधानसभा सीट पर भी उपचुनाव होगा।
बता दें कि नियमानुसार नेता का किसी दूसरे सदन का सदस्य निर्वाचित होने के बाद 14 दिन के भीतर विधानसभा की सदस्यता से इस्तीफा देना अनिवार्य है। वहीं इस्तीफा देने के बाद खाली हुई विधानसभा सीट पर 6 महीने के भीतर उपचुनाव कराना भी जरूरी है। ऐसे में विधायक जो सांसद निर्वाचित हुए हैं, उन्हें आगामी 1-2 दिनों में इस्तीफा देंगे। इसके बाद चुनाव आयोग द्वारा इन विधानसभा सीटों के लिए उपचुनाव की तैयारी शुरू कर दी जाएगी।