Lucknow: कोर्ट का कामकाज ठप कर हड़ताल पर उतरे अधिवक्ता, पुलिस कमिश्नर से करेंगे मुलाकात

Sandesh Wahak Digital Desk: राजधानी में वकीलों और पुलिस के बीच शुरू हुआ विवाद अब सड़कों तक पहुंच गया है। पुलिस ने शहर के प्रमुख चौराहों पर भारी फोर्स तैनात कर दी है, वहीं वकीलों ने कोर्ट का कामकाज ठप करने का ऐलान कर दिया है।

क्या है पूरा मामला?

बता दें कि यह विवाद 14 मार्च की रात होली के दौरान विभूतिखंड थाने में वकीलों और पुलिस के बीच झड़प से शुरू हुआ। किसी मामले में पैरवी के लिए पहुंचे वकीलों की पुलिसकर्मियों से कहासुनी और हाथापाई हो गई। इसके बाद बड़ी संख्या में वकील थाने पहुंच गए और पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए। हालात को काबू करने के लिए कई थानों की फोर्स और वरिष्ठ अधिकारी मौके पर पहुंचे।

मामले में 9 पुलिसकर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया, लेकिन अगले ही दिन करीब 150 वकीलों पर भी केस दर्ज कर लिया गया। इसी के खिलाफ वकीलों में आक्रोश है। लखनऊ के वकीलों ने सोमवार को बैठक के बाद बड़ा फैसला लेते हुए 18 मार्च से न्यायिक कार्यों का बहिष्कार करने की घोषणा कर दी। अवध बार एसोसिएशन, लखनऊ बार एसोसिएशन और सेंट्रल बार एसोसिएशन की संयुक्त बैठक में यह निर्णय लिया गया।

वरिष्ठ अधिवक्ताओं का एक समूह मंगलवार को लखनऊ पुलिस कमिश्नर से मुलाकात करेगा और वकीलों पर दर्ज मुकदमों को वापस लेने की मांग करेगा। साथ ही, दोषी पुलिसकर्मियों के निलंबन की भी मांग रखी जाएगी।

आंदोलन हो सकता है प्रदेशव्यापी

अगर पुलिस कमिश्नर से सहमति नहीं बनती है, तो वकील आंदोलन को और तेज कर प्रदेशव्यापी करने की तैयारी में हैं। वकीलों का कहना है कि जब तक दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई नहीं होती और वकीलों के खिलाफ दर्ज एफआईआर वापस नहीं ली जाती, तब तक वे काम पर नहीं लौटेंगे। इस बीच, लखनऊ पुलिस ने किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए हजरतगंज समेत शहर के प्रमुख चौराहों को छावनी में तब्दील कर दिया है। पुलिस और वकीलों के इस टकराव से राजधानी में तनावपूर्ण माहौल बना हुआ है।

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