एक्शन: इन्वेस्टर्स समिट के 14 अरब के एमओयू पर आयकर का शिकंजा

आयकर विभाग ने छापों के बाद रियल एस्टेट समूह अमरावती पर शिकंजा और कस दिया है। जांच के रडार पर ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान हुए एमओयू को भी लिया गया है।

Sandesh Wahak Digital Desk: आयकर विभाग ने छापों के बाद रियल एस्टेट समूह अमरावती पर शिकंजा और कस दिया है। जांच के रडार पर ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट के दौरान हुए एमओयू को भी लिया गया है। समिट के दौरान रियल एस्टेट क्षेत्र में अमरावती गु्रप ने 1400 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव दिए थे। इतना धन कहां से आएगा, आयकर विभाग इसकी पड़ताल करेगा। अमरावती ग्रुप के संचालकों के ठिकानों पर छापों के दौरान निवेश प्रस्ताव से संबंधित दस्तावेज मिलने के बाद इसे जांच में शामिल किया गया है।

आयकर विभाग से जुड़े सूत्रों के मुताबिक अमरावती ग्रुप में बड़े पैमान पर काली कमाई खपाई गई है। एमओयू से जुड़े दस्तावेज मिलने के बाद आयकर विभाग पता लगा रहा है कि अमरावती ग्रुप अब तक कितना निवेश कर चुका है। निवेश की जाने वाली इस रकम का स्रोत क्या है? इस संबंध में जल्द अमरावती गु्रप के संचालकों से पूछताछ की जाएगी।

सीए पर भी शिकंजा कसेगा आयकर विभाग

वहीं दूसरी ओर पिनटेल और अमरावती गु्रप के ठिकानों से मिले दस्तावेजों की जांच में शेल कंपनियों से करोड़ों रुपये की फर्जी एंट्री के पुख्ता प्रमाण मिलने के बाद जांच का दायरा बढ़ गया है। हवाला के जरिए नगद देकर एंट्रीज लेने की आशंका के मद्देनजर आयकर विभाग के अधिकारी दोनों कंपनियों के निदेशकों के साथ उनके चार्टर्ड अकाउंटेंट पर भी शिकंजा कसने की तैयारी में जुटे हैं।

सूत्रों के मुताबिक जल्द ही आयकर विभाग अमरावती से जुड़े कई और लोगों की कंपनियों को भी जांच के दायरे में ले सकता है साथ ही सीए के अन्य ग्राहकों पर भी शिकंजा कसना तय है।

एक और बुलियन कारोबारी से पूछताछ, पिछले छापों से जुड़े तार

सूत्रों के मुताबिक आयकर अफसरों ने लखनऊ के एक और बुलियन कारोबारी से पूछताछ की है। इसके अलावा कानपुर-लखनऊ में सराफा और रियल एस्टेट कारोबारियों के तार पिछले छापों से जुड़ रहे हैं। कुछ दिन पूर्व लखनऊ के तीन बड़े समूहों पर आयकर ने छापेमारी की थी। बुलियन कारोबारी से पूछताछ में कुछ अहम जानकारियां मिली हैं। हालांकि आयकर की टीमों को कारोबारी के ठिकाने से कुछ बरामद नहीं हुआ। टीम सिर्फ कुछ जानकारियां हासिल करने और कुछ सवालों के जवाब ढूंढने पहुंची थी।

सात अफसरों ने काली कमाई खपाई, ईडी को भेजी रिपोर्ट

जिन सात बड़े अफसरों के नाम लखनऊ-कानपुर की छापेमारी में सामने आए हैं, उनकी काली कमाई का निवेश अमरावती-पिनटेल समूह में भी किया गया है। आयकर अफसरों ने अब तक की जानकारियों की रिपोर्ट मुख्यालय और ईडी को भेज दी है। कानपुर के कारोबारियों के तीन ठिकानों पर कार्रवाई चल रही थी जो कि मंगलवार को पूरी हो गई। आयकर सूत्रों के अनुसार अफसरों और जिन इंजीनियरों के नाम सामने आए हैं उनका पैन नम्बर से मिलान किया जा रहा है। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।

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