यूपी बोर्ड के पांच अधिकारियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज, जानिए पूरा मामला
Sandesh Wahak Digital Desk: प्रयागराज के सिविल लाइन पुलिस ने यूपी बोर्ड के प्रशासनिक अधिकारियों समेत पांच लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इन पर 1999 की हाई स्कूल और 2001 की इंटरमीडिएट परीक्षा से संबंधित गणक पंजिकाओं में हेरफेर करने का गंभीर आरोप है।
कौन-कौन हैं आरोपी?
आरोपियों में माध्यमिक शिक्षा परिषद के सेवानिवृत्त और वर्तमान अधिकारी व कर्मचारी शामिल हैं:
- प्रदीप कुमार सिंह (सेवानिवृत्त वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी, मुख्यालय प्रयागराज)
- राजेश कुमार (सेवानिवृत्त प्रशासनिक अधिकारी, क्षेत्रीय कार्यालय मेरठ)
- आत्म प्रकाश (प्रशासनिक अधिकारी, मुख्यालय प्रयागराज)
- प्रमोद कुमार (सेवानिवृत्त प्रधान सहायक, क्षेत्रीय कार्यालय प्रयागराज)
- राकेश कुमार केसरवानी (कनिष्ठ सहायक, मुख्यालय प्रयागराज)
आपको बता दें कि यह मुकदमा यूपी बोर्ड के उप सचिव प्रशासन अतुल कुमार सिंह की शिकायत पर दर्ज किया गया है। जांच में पाया गया कि हाई स्कूल परीक्षा 1999 की गणक पंजिकाएं संख्या 150, 151, और 152 तथा इंटरमीडिएट परीक्षा 2001 की गणक पंजिकाएं संख्या 94, 95, और 96 के पन्नों में हेरफेर की गई थी। जिसकी वजह से कई कॉलेज प्रभावित हुए।
- विद्यावती यादव स्मारक महर्षि कृष्ण इंटर कॉलेज, हंडिया
- सेठ गंगाराम जायसवाल इंटरमीडिएट कॉलेज, बरौत
- सर्वोदय शिक्षा सदन इंटर कॉलेज, लोकमैनपुर बरौत
- सार्वजनिक इंटर कॉलेज, प्रयागराज
- रामप्यारी देवी इंटर कॉलेज, बेलावरी
गौरतलब है कि माध्यमिक शिक्षा परिषद, क्षेत्रीय कार्यालय प्रयागराज में मिली शिकायत के बाद अपर शिक्षा निदेशक (राजकीय शिक्षा निदेशालय) की अध्यक्षता में एक जांच समिति गठित की गई थी। समिति ने मामले की विस्तृत जांच के बाद दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने की सिफारिश की। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों ने कहा है कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और अगर इस हेरफेर में अन्य लोग शामिल पाए जाते हैं, तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी।
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