दिसंबर में 10 कंपनियां जुटाएंगी 20,000 करोड़ रुपये, IPO का मजबूत पाइपलाइन बना
IPO in December 2024 : भारतीय प्राथमिक बाजार (IPO बाजार) में अगले महीने दिसंबर में कम से कम 10 कंपनियां अपने आईपीओ (प्रारंभिक सार्वजनिक प्रस्ताव) के माध्यम से कुल 20,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रही हैं। इसमें प्रमुख नामों में विशाल मेगा मार्ट, ब्लैकस्टोन द्वारा अधिगृहीत हीरे की ग्रेडिंग कंपनी इंटरनेशनल जेमोलॉजिकल इंस्टीट्यूट (इंडिया) लिमिटेड सहित कई बड़ी कंपनियां शामिल हैं।
इन कंपनियों में शिक्षा क्षेत्र से जुड़ी एनबीएफसी अवांसे फाइनेंशियल सर्विसेज, टीपीजी कैपिटल द्वारा समर्थित साई लाइफ साइंसेज, अस्पताल चेन संचालक पारस हेल्थकेयर और निवेश बैंक डैम कैपिटल एडवाइजर्स भी अपनी आईपीओ लॉन्च करने की तैयारी में हैं।
यह आईपीओ विभिन्न क्षेत्रों से संबंधित होंगे और इनमें फ्रेश इश्यू और ऑफर फॉर सेल (OFS) दोनों शामिल होंगे। इन प्रस्तावों का आकार भी विभिन्न होगा, लेकिन कंपनियों का लक्ष्य कुल मिलाकर 20,000 करोड़ रुपये जुटाना है।
मार्केट के लिए सकारात्मक माहौल
ट्रेडजिनी के सीओओ त्रिवेश डी ने पीटीआई से बात करते हुए कहा कि महाराष्ट्र चुनाव के परिणाम और उत्तर प्रदेश लोकसभा उपचुनावों के नतीजों ने बाजार में सकारात्मक माहौल बनाया है, जिससे आईपीओ गतिविधि और फंड जुटाने में तेजी आ सकती है।
हालांकि, 2024 आईपीओ के लिहाज से एक मजबूत साल रहा है, लेकिन कुछ हालिया आईपीओ सेकेंडरी मार्केट में संघर्ष करते हुए दिखे हैं, जो इस चुनौती को उजागर करते हैं कि बुल रन के दौरान कई बार उच्च वैल्यूएशन के कारण सही मूल्य निर्धारण में कठिनाई होती है।
“फिलहाल, चुनावों से जुड़ी रकम बाजार में वापस लौटने और ग्रे मार्केट के सक्रिय होने से आईपीओ स्पेस में कुछ उत्साह लौटा है,” त्रिवेश ने कहा।
कंपनियों का उद्देश्य और आईपीओ रणनीति
कंपनियां प्राइमरी मार्केट में अपनी पेशकश से कई उद्देश्य हासिल करने का प्रयास कर रही हैं, जिनमें मौजूदा शेयरधारकों को एक्जिट का रास्ता देना, विस्तार योजनाओं के लिए फंड जुटाना, कर्ज चुकाने और कार्यशील पूंजी की जरूरतों को पूरा करना शामिल है।
विशाल मेगा मार्ट 8,000 करोड़ रुपये के आईपीओ की योजना बना रहा है, जिसमें प्रमोटर समायत सर्विसेज एलएलपी द्वारा पूरी तरह से ऑफर फॉर सेल (OFS) के तहत शेयर बेचे जाएंगे, और कोई ताजे शेयर जारी नहीं किए जाएंगे।
इंटरनेशनल जेमोलॉजिकल इंस्टीट्यूट (IGI) 4,000 करोड़ रुपये जुटाने की योजना बना रहा है। इसमें ताजे शेयरों की पेशकश 1,250 करोड़ रुपये के मूल्य के होंगे और ब्लैकस्टोन से जुड़ी प्रमोटर कंपनी BCP एशिया II TopCo Pte Ltd द्वारा 2,750 करोड़ रुपये का OFS भी शामिल होगा।
इसके अलावा, अवांसे फाइनेंशियल सर्विसेज 3,500 करोड़ रुपये का आईपीओ लांच करेगा, जिसमें 1,000 करोड़ रुपये का ताजा इश्यू और 2,500 करोड़ रुपये का OFS होगा। कंपनी इन फंड्स का इस्तेमाल भविष्य की पूंजी जरूरतों को पूरा करने के लिए करेगी।
आईपीओ का भविष्य
आगे देखते हुए, दिसंबर में 30 से अधिक आईपीओ लॉन्च होने की संभावना है, जो बाजार में लिक्विडिटी पर दबाव डाल सकते हैं और इनका अवशोषण क्षमता पर असर डाल सकते हैं, खासकर यदि विदेशी निवेशक फंड निकालते रहें। क्वेस्ट इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स के हेड ऑफ रिसर्च और पोर्टफोलियो मैनेजर सौरभ पटवा के अनुसार, यह बड़ा पाइपलाइन बाजार को चुनौती दे सकता है।
इसके बावजूद, आईपीओ निवेशकों को पिछले पांच वित्तीय वर्षों में अच्छे रिटर्न मिले हैं। FY21 से FY25 के बीच कुल 236 आईपीओ लॉन्च हुए, जिन्होंने खुदरा निवेशकों को औसतन 27% का लाभ दिया, जो अक्टूबर 2024 तक बढ़कर 105% हो चुका है।
इस प्रकार, भारतीय आईपीओ बाजार में दिसंबर में भारी गतिविधि की उम्मीद है, और निवेशकों के लिए यह एक महत्वपूर्ण अवसर हो सकता है।